Param Sant Baba JaiGuruDev ji ke AmritVachan

सभी प्रेमियों को सप्रेम सादर जयगुरुदेव

हमें अपने सच्चे वतन सतलोक चलने के लिए परमार्थ का पहला कदम है गुरुभक्ति और यह गुरुभक्ति तभी दृढ़ होगी जब हम गुरूजी के सत्संग बचनों को ध्यान से सुनें और उसको अमल में लावें। इसलिए सभी प्रेमियों से अनुरोध है कि हमेशा पूरा सत्संग सुनें जिससे इस संसार में अनमोल जन्म लेने का उद्देश्य पूरा हो सके और हम जन्म मरण की असहनीय पीड़ा से मुक्त हो सकें।

जयगुरुदेव