Upasana siddha karen
Welcome to our channel
shadhana karke kaise ham jeevan ko safal banayen
https://www.facebook.com/profile.php?
लोक परलोक दोनों ही नामजप से पुष्ट होते हैं।धीरे धीरे जप अपना प्रभाव बढ़ाता चला जाएगा।
एक अच्छे नामजापक से नकारात्मक शक्तियां डरने लगती हैं। दैवीय शक्तियां आकर्षित होती हैं।
नामजप साधक की चेतना को बहुत सजग कर देता है। बहुत प्रभावशाली सूत्र अवश्य सुनें।
केवल एक ही भूल हमसे हो रही है।जिससे हमारा दुःख मिटने का नाम ही नहीं ले रहा।#naamjap
इस प्रकार जप करने से एक सकारात्मक उर्जा प्रकट होती है।जो साधक के सभी कार्य करने लगती है।
पूजा पाठ करने वाले साधक इस बात पर ध्यान नहीं देते।तभी दुखी रहते हैं फिर कहते है कुछ होता है।
नामजप आप कहीं भी करो कोई भी करो सब कुछ प्राप्त हो जाएगा।हर जगह जप का प्रभाव होता है।
कोई भी नकारात्मक भाव रह नहीं जाएगा। प्रभू पर दृढ़ विश्वास हो जाएगा जिससे सभी काम बनने लगेंगे।
नामजप में हमारा मानसिक प्रवेश कैसे हो।बहुत सुंदर उपाय इससे साधक भजन में प्रवेश पा जाएगा।
नामजप करोगे तो ऐसे दिव्य अनुभव होंगे जिन्हें बताना नहीं चाहिए। छुपाने की पूरी कोशिश करें।
नाम जपते जपते सभी प्रकार के भय सभी प्रकार के विकार बिल्कुल नष्ट हो जाते है।
जप करना बहुत कठिन है लेकिन अभ्यास से ऐसी स्थिति आ जाती है।फिर बहुत आनंद आता है।
साधक अगर नामजप करता रहे तो धीरे धीरे अपने आप सब ठीक होने लगता है। कभी जप न छोड़े।
नामजापक साधक की दृष्टी से कोई बच नहीं सकता।सब कुछ प्रत्यक्ष दिखाई पड़ने लगता है।
नामजप का ऐसा प्रभाव कि भगवान भी बस में ही जाते है।नामजापक के आसपास ही रहते हैं।
किसी भी परिस्थित में नामजप किया जा सकता है।जो चाहोगे वही प्राप्त कर लोगे जप करने से
पहले साधना में बहुत अनुभव होते थे उत्साह रहता था।अब बिल्कुल होना बंद हो गए ये प्रश्न सभी का है।
कोई भी नकारात्मक विचार मन में आना ही बन्द हो जाएगा।मन एकदम प्रसन्न रहने लगेगा।
बुरा प्रारब्ध भी एक नामजापक का कुछ भी अनिष्ट नहीं करता। हमेशा मंगल ही होता है।
साधक जैसा जैसा चिंतन करता है ठीक वैसा वैसा होता चला जाता है।हर समय सावधान रहना चाहिए।
कोई भी साधक अगर एकाग्रता से जप करे।तो सभी प्रकार के कष्टों से छूट सकता है।
जप करते करते भगवान पर अटल विश्वाश हो जाएगा।साधक हर समय अनुभव में रहता है।
नामजप कभी भी छोड़ना नहीं जितना जपेंगे उतना लाभ होगा। छोड़ दिया फिर बहुत हानि हो जाएगी।
नामजप से ही केवल सुख मिल सकता है।और कोई उपाय कर लो सुख नहीं मिलेगा।
कैसे जप करने से पहले मन पवित्र होता है।फिर नामजप छूटता ही नहीं सुख लगने लगता है।
हमारा नामजप बढ़ता क्यों नहीं।इस युक्ती से भजन करो मन लगने लगेगा संख्या बढ़ जाएगी।
नामजप कभी भी भजन को नष्ट करने वाली कामना को पूर्ण नहीं करता।हर तरीके से अच्छा ही होगा।
नामजप से योग की बड़ी बड़ी अवस्था आ जाती है। बहुत सरलता से नाम आगे बढ़ाता रहता है।
जप की लत लग गई तो नामजप छूट नहीं पाएगा। केवल जप हो एकाग्रता नहीं तो भी लाभ मिलेगा।
साधक को स्वयं पता चल जाता है। कि अब नामजप से पूर्ण संतुष्टि का अनुभव होने लगा है।