Krishna ki masti
लोकगीत कैसा जादू डाला रेहै रे बालमा
वरना गीत वरना खड़ा सड़क पर उड़ाई पतंग
डफली वाले डफली बजा मेरे
माता काभजन ढोल गड़े बजे से नया
मेरे हाथों में पहन के चूड़ियां की मौज बंजारा ले गया लोकगीत
बन्ना काला कोट सिलवाना सोने की बटन लगवाना
बन्ना गीत शुभ दिन आया रे
काना बदनाम हुआ राधिका तेरे लिए
है उंगली पकड़ के रोई कान्हा तेरी याद में
तेरे सर पर बाल घुंघराले मुरली के बजाने वाले
हो गई गुरुदेव जिसमें मेहरबानी आपकी
गोरा ने भोली से झगड़ा किया टच का मोबाइलमंगा दो
हम तो चले आए देव तुमको मना ने चाहे तू माने चाहेना माने
सारे तीरथ धाम आपके चरणों में है गुरुदेव प्रणाम आपके चरण
ज्योति पवन है मां मेरे घर में जली
मैया जाने कब आ जाए खुला दरवाजा रखना
जागो जागो रे ज्वाला माई जागो हम तुम्हेंजगाने आए
गणेश भगवान का गीतरिद्धि सिद्धि के दाता हो तुमगणपति
मैया नगरकोट के बीच शारदाझूले पालना
धीरे धीरे कम बढ़ाओ मेरी मैया
जब से पकड़ा माता मां तुम्हाराजिंदगी मुस्कुराने लगी है
बूटी ज्ञान की पिला दे गुरुदेव दर्द मेरी नस नस में
हाथ जोड़कर खड़ी हूं तेरे द्वार मेरी मां कर दे मुरादे एक बारमेरी मां
मेरी अर्जी करो स्वीकार भवानी जगदंबे मीना सागर आवाज में
धीरे धीरे अखियां में खोल रही है लगता है मैया कुछ बोलरही
मेरी लगी गुरु संग प्रीत ये दुनिया क्या जाने
सज रहे गणपत लाल छोटी सीकुटिया में
मोहन से दिल को लगाया या वो जाने या मैं जाने मीना सागर आबाद मै