Krishna Sevak
कैसे ढूंढू मैं रघुवर पता आपका
साथी हमारा कौन बनेगा, तुम ना सुनोगे तो कौन सुनेगा।
हमारे हैं श्री गुरुदेव हमें किस बातकी चिंता।
सांवरे तुमको पाना बता क्या करें। #@जन्माष्टमी#@भक्ति भजन#@
मेरे श्याम ये बता दो यह तन कौन सी है।।
पुरानी यादें। मेरी जिंदगी संभल जाए अगर तुम मिलने आ जाओ। छाप तिलक सब छीनी मोसे नैना मिलाइके।
इसे एक बार अवश्य ही सुने हैं। अलग ही अंदाज में भजन।
हे बनवारी तरसे है नैना रात को नींद ना दिन को है चैना
जो मैं ऐसौ जानती प्रीत करे दुख होय नगर ढिंढोरा पीटती प्रीत ना करियो कोय।।
मैंने बांध लिया प्रेम वाला कंगना आओ आओ प्रभु आओ मेरे अंगना।।
मुझे अपने ही रंग में रंग ले मेरे यार सांवरे।।
दर्द मेरे दिल का मिटा क्यों नहीं देते हैं।।
तूने कीनों जुल्म रंगडार रसिया होरी में।
होली मिलन के साथ भजन की मस्ती।
फूलों में सज रहे हैं श्री वृंदावन बिहारी।
रंग डालो ना बीच बाजार श्याम मैं तो मर जाऊंगी। अब पकड़ो ना बैंया हमार श्याम में तो घर जाऊंगी।
होली खेलन आयौ श्याम आज याय रंग में बोरो री।
नैक आगे आ श्याम तोपै रंग डारूं।
फूलों में सज रहे हैं श्री वृंदावन बिहारी।
भगवान से भक्त की पुकार
यह मोहन हैं तभी तो मुस्कुरा कर लूट लेते हैं।
राधा रानी कृपा कीजिए
श्याम से दिल का लगाना कोई मजाक नहीं जीते जी जान से जाना कोई मजाक नहीं है।
हे बनवारी तरसे है नैना रात को नींद ना दिन को है चैना ।
मेरी विनती सुनो सांवरे राम जी वरना जाकर कचहरी अपील करूंगा।
राधा रानी कृपा कीजिए
ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया।
मेरे बांके बिहारी सरकार बना दो बिगड़ी मेरी।
जगत के रंग क्या देखूं तेरा दीदार काफी है।
पकड़ लो हाथ बनवारी नहीं तो डूब जाएंगे।