sunita dahiya
 
        दस सेर का करा कसार के भात न्योतने न चल पड़ी, मेरा बड़ला बीर बदमाश के भात भरण न नाट गया ......
 
        जकड़ी गीत :: सखी ए अम्बाला ब्याह दी हे मेरा लेने न आया भरतार ......
 
        झूला झूला मत झूलो कृष्णा नरम डाल गुलर की........
 
        जन्मदिन पर कीर्तन की एक झलक ।
 
        दर्शन जब दूंगी भक्तों बोलो मेरा जयकारा । मैया के द्वारे एक बहरा पुकारे..........
 
        पावांगे भांगड़े रज रज के, जय जय मां तेरी जय होवे ।
 
        मैया री तेरे भक्तों ने किया जगराता , रात कहां गई थी शेर पर चढ़कर .....
 
        खाटू आली टिकट कटा दे मेरे बालमा, मैं बैठ रेल में जाऊंगी, आया श्याम का बुलावा।
 
        आहे तू तो पांच ठगा न ठग ली, तने भजन करा न पगली............
 
        मैं भरण गई जल नीर राम की सूं, जमना जी के घाट, राम की सूं.......
 
        Il Tera Lokda Hanuman ll ( Hanuman Bhajan )
 
        Juaan Hastinapur mein khele re Kunti k pancho beta........
 
        Happy Diwali 🪔 🪔 🎇 🪔 🪔 2025
 
        Prem nal bol k Maiya ji nu layenge.........
 
        Mei to Delhi teri bat Atari chadha ke, aaja mere Shyam ghode pe chadha ke. ....
 
        Kala kala kahav gujri , mat kale ka jikar kare ,kale rang pe morni rudan. kare ......
 
        Mera dil to diwana ho gya, maiya rani tera......
 
        Ar Jatni meri roti po de 4 mne ra Bhole pe jana sa.....
 
        इसका भेद बता मेरे अब्दु , आच्छी करणी करिए तू, पिछला भूल जगत में आया, जित देखू उड़े तू ही तू।
 
        Satguru m teri patang, baba m teri patang ,Hawa which udti jawangi baba ......
 
        Tera yar Sudama rove sa ,you nish din Krishan tohve sa......
 
        Dada dholi cheddar sale,manned ek Sahara tera h.....
 
        सज धज के मैया बैठी भवन में, बोलो रे भक्तों जयकारा ।
 
        पौड़ी पौड़ी चढ़दे जाओ, जय माता दी करते जाओ ......
 
        मैया रानी बैठी हे भवन में, बोलो रे भक्तों जयकारा.......
 
        भक्त की पुकार :: मुझे बड़ा जरूरी काम मैया कहां मिलेगी ....
 
        सभी बहनों को करवा चौथ की हार्दिक शुभकामनाएं।
 
        मां! चरणों का दास बना ले री, हे री चुंदड़ी के ओढ़न आली ......
 
        मैया री तेरे भक्तों ने किया जगराता रात कहां गई थी शेर पर चढ़कर.....
 
        जयपुर से चुनरिया मैं लाई शेरावालिए .......