Ruhani Sakhiyan TV
यह चैनल सभी धार्मिक और शिक्षाये के लिए है| चैनल पर आप सभी को स्वागत है. बाबा जी की (Sakhi) अगर आप लोग को सुनना है तो सब्सक्राइब कीजिए चैनल को राधा स्वामी जी.
यह चैनल सभी धर्मो के लिए है मैं सिर्फ मानवता में विश्वास रखता हूँ किसी भी जरुरत मंद के लिए निस्वार्थ भाव से की गई सेवा ही सबसे बड़ी पूजा है क्योंकि ईश्वर तो निरंकार है , इस विश्व मे पाऐ जानें वाले सभी धर्मो एवं उनके धर्मगुरुओ जैसे :- ऋषि - मुनियो , पण्डितो , पैगम्बर मौलाना संतो , एवं ईसाई धर्म के फादरस आदि व्यक्तियो ने अपने - अपने मतो , आस्था - विश्वास, श्रद्धा एवं व्यक्तिगत अनुभवो के आधार पर ईश्वर को कई प्रतिरूपों मे विभाजित कर दिया है। जब कि ईश्वर ने स्वंय ये कहा है -
" जाकी रही भावना जैसी।
प्रभु मूरत देखी तिन तैसी " ॥
हम सभी की आत्मा मे परमात्मा निवास करता है , तो किस आधार पर हम ईश्वर को बाट सकते है।
इसलिए मेरा मत है हम सभी का ईश्वर एक है।
भीतर की तड़प कमजोरी नहीं यह मालिक के बुलावे की पहली धड़कन है।
मन भटके किस्मत तोड़े तड़प बड़े समझ लो मालिक करीब है कोच्चि में बाबा जी के सवाल जवाब
भक्ति समर्पण और मालिक की रजा को कैसे अपनाये? हुजूर जी के होशियारपुर में सवाल जवाब।
बाबा जी ने कहा-सत्संग सेवा सिमरन और जीवन की हर चोट मिलकर जी आत्मा को गढते हैं वही आत्मा एक दिन..
“गुरु को आम इंसान समझने की सबसे बड़ी भूल — इस साखी को सुनकर हर सत्संगी का मन काँप उठेगा”
“रोशनी, धुन, कंपन… क्या ये सब सच है? सुनिए हजूर का गहरा उत्तर”हुजुर जी के मोहाली में सवाल जबाब
आज का रूहानी दिन हरियाणा के पंडाल में हुजूर जी के दर्शन और गहरे सवाल जवाब ।
सतगुरु की दया की सच्ची साखी इस साखी में छुपा है गुरु भक्ति का सबसे बड़ा सत्य -सरता श्रद्धा, वही..
भजन में बैचैनी क्यों उठती है? बाबा जी ने हुजुर महाराज जी की मिसाल से समझाया सफाई का राज।
सुमिरन में मन क्यों भागता है? हुजूर जी का जवाब आत्मा दिला देगा। कर्मों का भोज हल्का कैसे होता है?
जब सुमिरन गहराई पकड़ ले तो शब्द खुद उतरता है । नाम जब बाकी सब मालिक पर छोड़ दे
अंदर का नूर देखने से पहले अंधेरा क्यों उतरता है? बाबा जी के विकास हॉस्टल में सवाल जवाब!
सेवा कभी व्यर्थ नहीं जाती-गुरु किस तरह लोटाते हैं ,यह साखी बताएगी।
देखिए कैसे सतगुरु के प्रसाद की शक्ति ने एक टूटे परिवार को जोड़ दिया
आत्मा की तड़प कभी मरती नहीं... वह सिर्फ भीतर गहराई में जाकर और तेज हो जाती है
ध्यान क्यों नहीं लगता? हजूर जी ने बताया असली राज़… सुनकर रूह काँप उठे!
सिमरन करते-करते मन भटकता है? बाबा जी ने कारण बता दिया! बाबा जी के सिंगापुर में सवाल जवाब
नाम वह धुन है जो आत्मा को उसके घर तक पहुंचा देती है! हजूरजी ने कहा : बाहर का शोर तभी थमता है
बाबाजी, सांसारिक जीवन और भक्ति का संतुलन कैसे रखें? सिंगापुर में बाबा जी के सवाल जवाब।
सेवा मांगने से नहीं मिलती... सेवा सतगुरु के बुलावे से मिलती है-भावपूर्ण साखी
कर्म का लेखा अमिट है - जो बोओगे वहीं प्रभु लौटाएगा
भीतर का प्रकाश मालिक की पुकार है ध्यान में दिखने वाला प्रकाश आत्मा की यात्रा का संकेत है!
हज़ूर जी बोले — “कर्मों की जंजीर कोई तोड़ नहीं सकता, पर भक्ति उन्हें गलाकर मिटा देती है।
भक्ति उस एक की करनी है बाबा जी का दिव्य उपदेश! बाबा जी का अभ्यास डेरे में सत्संग
हजूर जी बोले — प्रभु दूर नहीं, बस तेरी दृष्टि धुंधली है! हजूर जी के ब्यास में सवाल जवाब
कर्म वो परछाईं है जो हर जन्म मैं हमारे साथ चलती है हजूर जी के डेरा व्यास में सवाल जवाब
भाई ने पूछा जीवन में ध्यान और संतुलन कैसे लाएं? | बाबा जी का मार्गदर्शन
बाबाजी ने कहा कर्मों का भुगतान तो हर किसी को करना पड़ेगा हंस कर भुगतो या रो कर
हजूर जी ने मुंबई में कहा संत दिवाली नित्य करें सतलोक में! हुजूर जी के मुंबई मे सवाल जवाब
बाबा जी ने कहा -- बाहर के दिए पल भर जलते हैं भीतर का दिया सदा रोशन करता है! लंदन में.......