Sandi Azadari

बइदे हद्दे तखय्युल करीबे रूहे बशर
हुसैन यानी रसूलों के मोजिज़ों का हुनर
बिना ए खिलकते क़ौनैन हर्फेकुन का असर
ये राज़दार अजल का ये इंतेहा की खबर
ये सोंचना तो अबस है कि कहां कहां है हुसैन
अरे जहां जहां ख़ुदा है वहां वहां है हुसैन
Mujahid Ali saiyed wara ,Sandi, Hardoi 241403