Babli kheri mandli
सत्संग देखन हे मां मेरी मैं गई
जो जीवन कटी पाखंड से है बेबी करियो विचार
ग्यारस मैया के गाने नाम सॉरी बोलो राधे श्याम
आई हो राम सूर ग मैंने चाहिए
लेना कमल के फूल यशोदा मैया
अरे बेटा मत ना करिए
बाबा के दर मैं तेरा जाना ठीक नहीं
मैं तो पागल कर दी हो सतगुरु जी घर वसी
मीरा का बाजे इकतारा
बिनय हल्दी रंग लाई गुरुजी तेरे चरणों में आई
मेरा लगा हरि में ध्यान सत्संग में जा बैठी
ऐसा गाना गड़ा दिया रेमेरे सतगुरु
मात पिता की मैं घनी लाडली ग्यारस के व्रतकार्य करती
हद कर दी तेरे काले ने घरलाई गलियारे में
तेरा तो मंदिर मेला है इसमें राम
दीवानी तेरी बन जाऊंगी सुन
भजन
आदि सी रात मीरा नाचन लागी बाजा बाजा करता श्याम कब आओगे
पैरों पैरों है सवा गन सुरताज्ञान गजरा
शब्द की है सार कोई कोई जान
फिर नहीं आएंगे हेली जाएंगे दीवानादेश
बंदे ऐसी कुवैत कुमावत ना काय के दाग लगा
लगन लगा दे ओ गुरुजी मेरा लगन लगा दे मेरे सतगुरुचंद्रभान
भोला भला करे सारी दुनिया मत
मैं तेरी शरण में ए मेरे बाबा भोलेनाथ
14 November 2025
ओ मां की कथा सुनाऊं मैं ध्यान लगाकर सुनिए मां की महिमा
हो तेरा भेद किस ना ना पाया धन धन कृष्णा तेरी माया
फिर सोमवार है भोले जी का वार है भोले जी के चरणों हमारी प्रणाम war Hai bhole Ji ke Charan hama
उसे दिन के थारी मां आई गंगा