Santosh Kumar प्रतापगढ़ी
अवधी लोक गीत ' बिरहा ' सोहर ' कजरी ' व हमरे अवध क्षेत्र में गाई जाने वाली सभी प्रकार की पारंपरिक लोक गीत ' लोक नृत्य ' लोक संगीत का हमारे चेनल के माध्यम से लोगों तक प्रचार प्रसार हो धन्यवाद्
कवने नरेशवा कय देसवा उजड़ी गयें
बिरहा राजा मोरध्वज - दादा राजाराम पाल के स्वर में
हैदर अली जुगनू - जी के ( गुरु तुल्य ) दादा राजाराम पाल जी के स्वर में अवधि लोक गीत
अवधि लोकगीत Kashi वा bullu दादा के स्वर में
निमियाँ की डरिया मइया बांधे ला झलुववा - अवधि लोक गीत - हैदर अली जुगनू
अवधी लोक गीत- तनी लइल्या हो बलामुआ - बुल्लू दादा के स्वर में
कलकतवा से पियावा मोर अवेला न_ भुल्लर दादा के स्वर में _ kalkatva se piyava mor avela na
पूरा किहले मुलायम सिंह सपना - हैदर अली जुगनू जी
रहिया जोहत बित गईले सवानवा सार- हैदर अली जुगनू - अवधि लोक गीत
पिया चलबय हम गंगा किनार - अवधी लोक गीत- हैदर अली जुगनू
अवधी लोक गीत - हैदर अली जुगनू बलाम हो कब लइजइब्या
देवी गीत - हैदर अली जुगनू जी-
अवधी लोक गीत- विष्णु जी छलन आ गइले बाली के
अवधी लोक गीत- राम वनवास #अवधिलोकगित
अवधी लोक गीत- मुनि कहांय की जनक पुर होत चली
अवधी लोक गीत - दादा राजा राम पाल जी
भगवान केदानाथ की महिमा - अमिताभ बच्चन जी वा अन्य
यादव और बनिया की कहानी - हैदर अली जुगनू
अवधी बारहमासी लोक गीत - लागल मसवा अषाढ़ भरगें
अवधी लोक गीत- रात सपना देखाए पिया - हैदर अली जुगनू
अवधी लोक गीत- नाही हरियर मेहंदिया कय - हैदर अली जुगनू
लोक गीत - हैदर अली जुगनू- कलकत्वा से पियवा मोर
लोक गीत - हैदर अली जुगनू - विर्था भइल हमरे नैहर कय
स्वर्गीय भुल्लर दादा की लोक गीत रसिया
बिरहा स्वर्गीय दादा हीरालाल यादव
हैदर अली जुगनू की रचना
हीरा लाल यादव - बसन्त गीत
हैदर अली जुगनू - अवधी लोक गीत