Shiv shakti शिव शक्ति भक्त विपन खन्ना
आपने ईश्वर पर विश्वास रखो जो आपके लिए सही है ईश्वर वहीं करेंगे
तलाश ईक्ष्वर की (वि/164)
अंदर के अंधकार में ज्ञान का दीपक (वि/163)
विष से विषैला गुड़ से मिठ्ठा वि/159
सच्चा हमसफ़र कौन (वि/ 162)
क्या स्वयं को पहचानते हैं (वि/161)
हम सही दुसरा गलत कैसे या मैं सही वो ग़लत कैसेवि/158
देख तमाशा हौनी का (वि/160)
मित्र और मित्रता छोटी बड़ी नहीं होती निभाने वाला महान हैं (वि/157)
इंसान ठोकर खाकर संभलता है?(वि/156)
मौन रहना मुर्खों के लिए सही जवाब है (वि/155)
हद से ज्यादा तकलीफ़ मोह का नाश होता है (वि/154)
एकांत अच्छा है अगर वह खुद से परिचय कराये तो(वि /153)
पक्के फलो के बीज ही नये पौधे का निर्माण करता है वि/152
जीवन की राह बिना मंजिल के अधुरी है वि/151
समुद्र का पानी ज्ञानी के ज्ञान का कभी नाश नहीं होता (वि/149)
वक्त का ज्ञान जीवन का तजुर्बा कभी व्यर्थ नहीं जाता है (वि/150)
दरारें छोटी बड़ी नहीं होती है उसे भरने वाला महान होता है (वि/१४८)
🌹गुप्त महायुद्ध सदा चलता है 🌹(147)
भगवान बनना आसान है लेकिन इंसान बनना मुश्किल(वि/ 146)
शुन्य से शुन्य तक की यात्रा (वि/145)
वक्त अच्छा या बुरा नहीं होता जैसे आता है वैसे जाता है (वि/144)
हमारा छल हमें ही छलता है (वि/143)
ना उपेक्षा ना अपेक्षा ( वि/142)
अज्ञानता के परम ज्ञानी वि/141
अज्ञात दौड़ के धावक वि/140
कर्मों का बोझ वि/139
ईक्ष्वर दया एवम् लाठी मौन कार्य करती है (वि/138)
सरोवर एक ही है हंस मोती एवं बगुला मछली सिर्फ कर्म का फर्क है
संदेह पहाड़ खड़ा करती विश्वास नये मार्ग खोले (वि/136)
सवालों का मायाजाल (वि/135)