हुजूर परमानन्द जी साहेब (आनन्द पंथ दाता)
हुजूर परमानन्द जी साहेब ग्राम ठसराना (दनकौर) जिला बुलन्दशहर, उत्तर प्रदेश से नोहर (बिकानेर) से सिरसा (हरियाणा) आऐ तथा आगरा से सतगरु की शरण लेकर अथाह नाम की कमाई करके आनन्द नाम प्रगट कर वर्षो सत्संग का प्रचार प्रसार कर इस आनन्द धारा को नकचौटी (भिवानी)अब चरखी दादरी(हरियाणा) से बखूबी चलाया । सतगरु बाबू जी साहेब 9991466266 आनन्द परमानन्द सत्संग आश्रम धाम निंगाणा जिला भिवानी (हरियाणा) के सौजन्य से
हो गुरु जी म्हारे आंगन बैरसे नूर !! सत्संग भारीवास ( भिवानी )
आज म्हारे रंग बैरसे सतगुरु जी आए पावना !! सत्संग सुरबरा (दिनोदा) हिसार
सत्संग पंचमी जयपुर आश्रम
तेरी नगरी में सोदा सोदा कर चल रे मेरे भाई !! सत्संग बहरोड़
चरणों में थारे आण पड़े दाता मेरे परम पिता !! सत्संग बहरोड़
तुम साहेब करतार हो हम बन्दे तेरे !! सत्संग पथाणा ( झुंझुनूं )
Просто посмотри на меня!! Сатсанг Бхаривас (Бхивани)
देखा था जगत भिखारी मेरे साधो भाई !! सत्संग पथाणा ( झुंझुनूं )
कोई ले लो जी ले लो गुरु का नाम !! सत्संग भारीवास ( भिवानी )
नर क्या का करे गुमाना रे !! सत्संग हिसार
कोण सुणै हे किस न कहुं !! सत्संग हिसार
जिसी से लग्न है लागी उसी से काम है मेरा !! सत्संग भारीवास ( भिवानी )
जिस नगरी में मेरा साहेब बसता !! सत्संग भारीवास ( भिवानी )
आनन्द के लुटे ख़जाने म्हारे सतगुरु के दरबार !! सत्संग भारीवास ( भिवानी )
रटु में नाम की माला !! सत्संग भारीवास ( भिवानी )
आज हमारे शहंशाह सतगुरु घर आए !! सत्संग नजफगढ़ दिल्ली
आज म्हारे सतगुरु आए मेहमान !! सत्संग खेड़ी चोपटा ( हांसी )
चाल नर सत सगत कर ले !! सत्संग नजफगढ़ दिल्ली
गुरु दरिया में नहाना रे जिन की दुरमत भागी !! सत्संग खेड़ी चोपटा ( हांसी )
गुरु दया करे जब कागा से हंस बना दे !! सत्संग खेड़ी चोपटा ( हांसी )
मन सैन गुरु की मानो रे मन सैन गुरु की मानो !! सत्संग खेड़ी चोपटा ( हांसी )
एक मेरा सतगुरु प्यारा दुसरा न कोई !! सत्संग लाड
हे बाजा बाजा री मां अनहद तुरा आनन्द छायो !! सत्संग नजफगढ़ दिल्ली
म्हारी सुरत सुहागिन रानी नाभी कमल गहरानी !! सत्संग नजफगढ़ दिल्ली
जिस घर दाता हुए दयाल उस घर काहे की कमी सत्संग बासडी़ (सतनाली)
कोई बदलगे हरिजन सुर सत्संग बासडी़ (सतनाली)
मेरा मन मुर्खा भाई गुरु बिन जागा कोनसी घाटी सत्संग बासडी़ (सतनाली)
ओ प्रीतम सेज हमारे जी सत्संग बासडी़ (सतनाली)
मालन पुकारे हे पिया हे पिया !! सत्संग छान्नी ( हनुमानगढ़ )
सतगुरु बिन तन कोण छुटावगा सत्संग छान्नी ( हनुमानगढ़)