Shivbaba ki madhur vaani
इतने खुश रहें कि जब दूसरे आपको देखें तो वो भी खुश हो जाऐॅं...
Etane khush rahe ki jab dusare aapko dekhe to voh bhi khush ho jaye.....
आध्यात्मिकता में सुना है कि यह संसार एक मुसाफ़िरखाना है, यहाँ आना और जाना है परन्तु .... |
हमने साकार बाबा को तो नहीं देखा परन्तु जगदीश भाई से मिलकर हम बाबा की महसूसता लेते हैं |
सेवा में सहयोगी होने के कारण अब मेरा अधिक समय उन्हीं के साथ बीतता था | bk anubhav 🇲🇰
ब्रह्मा बाबा की जीवन-कहानी सुनकर और पढ़कर बहुत नशा चढ़ा.... | BK anubhav 🇲🇰
अगर विघ्न नहीं आयेंगे और हम उनको पार नहीं करेंगे तो हम विघ्नविनाशक कैसे बनेंगे? bk anubhav 🇲🇰
यह था आध्यात्मिक शक्ति का चमत्कार ! असंभव कार्य भी संभव होना यह कोई छूमंत्र नहीं था | bk anubhav 🇲🇰
कोर्स के बाद भी मेरा मन परमात्मा सर्वव्यापी नहीं है- यह मानने के लिए तैयार नहीं था | bk anubhav 🇲🇰
आपने अपने इस रूहानी जीवन में व्यक्तिगत रूप में उनसे क्या प्रेरणा ली है? Bk anubhav 🇲🇰
वे टीचरों को ट्रेनिंग देने वाले टीचर थे | वे एक महान् स्पिरिचुअल मास्टर माइण्ड थे | bk anubhav 🇲🇰
प्रैक्टिकल जीवन में 16 कलाओं का सहज प्रयोग कैसे करें, इसका सहज और सरल उपाय बताया | bk anubhav 🇲🇰
चीन की ब्रह्माकुमारी सिस्टर चेन | मैं चाइनीज़ कंपनी में जनरल मैनेजर थी | bk anubhav 🇲🇰
चीन की Bk सिस्टर चेन |जब मैं बाबा से पहली बार मिली, उस समय भी मुझे बाबा पर विश्वास नहीं था लेकिन....
Billiun minutes of peace project | Meditation Commentry | विश्व शांति के लिए दान दें |
दादी जानकी जी के अंग-संग रहने वाली लन्दन की ब्रह्माकुमारी हंसा बहन, भ्राता जगदीश जी में क्या देखा...
आपका मेरे से ज़्यादा स्नेह है या मेरा आपसे ज़्यादा है? मैंने ऐसे प्रश्न की अपेक्षा नहीं की थी |
जो बाबा कहे, वही हमें करना है; न मनमत, न परमत परन्तु श्रीमत-श्रीमत-श्रीमत | bk anubhav 🇲🇰
ब्रह्मा बाप के राइट हैंड जगदीश भाई रहे |उनको एक ही धुन थी | bk anubhav 🇲🇰
दधीचि ऋषि मुआफ़िक उन्होंने हड्डी-हड्डी सेवा में लगायी उनके बोल मेरे लिए वरदान बन गये | bk anubhav 🇲🇰
दो घण्टे बीत गये। भाई साहब ने मुझे बुलाया और पूछा, काम हो गया? मैंने कहा, नहीं | bk anubhav 🇲🇰
जब मैं चला जाऊँगा, आपको मेरी ये बातें बहुत याद आयेंगी' | bk anubhav 🇲🇰
भाई साहब से मेरा सम्पर्क रहा सन् 1983 से। मुझे उनके बारे में कुछ पता नहीं था | bk anubhav 🇲🇰
आप भगवान को भोग नहीं लगाओगे? उसको नहीं खिलाओगे? Bk anubhav 🇲🇰
केवल ज्ञान से काम नहीं चलेगा, माँ जैसी पालना करने का गुण और स्वभाव भी चाहिए | bk anubhav 🇲🇰
लौकिक जन्मस्थान पानीपत है / यह बात थी सन् 1978 की / bk anubhav 🇲🇰
अगर आपने भी बाबा को जाना नहीं है तो इतनी पुस्तकें कैसे लिखी? Bk anubhav 🇲🇰
अगर भगवान मुझे मिले, मैं उनसे पूछेंगी कि आपने संसार क्यों बनाया? Bk anubhav 🇲🇰
उन्होंने कभी फर्स्ट क्लास में यात्रा नहीं की, सेकण्ड क्लास में ही सफ़र करते थे | bk anubhav 🇲🇰
आप सब ज्ञान में लेट आये हो इसलिए आप लोग सीरियस हो जाओ और...... | Bk anubhav 🇲🇰
एक बार भाई साहब पाण्डव भवन में हम लोगों को दो दिन की भट्ठी करा रहे थे | bk anubhav 🇲🇰
भगवान सिर्फ उन लोगों के सामने प्रत्यक्ष होता है जो उसकी बातों को सुनने की अभिलाषा रखते हैं |