aatm yog Sadhana
आध्यात्मिक उन्नति परमात्मा का साक्षात्कार करना
मनुष्य का जीवन सिर्फ इसीलिए मिला हुआ है
मनुष्य जीवन को सफल और आत्मा को
संसार सागर से मुक्ति दिला सकते हैं
meditation करके
क्षण भर में सर्व शक्तिशाली अपनी इच्छा अनुसार अनहद नाद सुनाई देगी।
सच्ची आरती ऐसे करो क्षण में ईश्वर प्रसन्न होंगे आरती को ऐसे देवता के चारो तरफ घूमने से कुछ नही होगा
योग निद्रा ऐसे जगाएं ध्यान में दिखाई देने लगेगा।
5 मिनट यह मन्त्र ऐसे बोलो परमात्मा दौड़कर आएंगे तुरंत मदद करेगे, जो काम मन से कहेगे तुरंत पूरा होगा
3 मिनट यह शब्द बोले दिव्या दृष्टि से सब कुछ दिखाने लगेगा
5 मिनट ध्यान से दिव्या दृष्टि खुलेगी यह नियम अपना कर देख लो, ध्यान में मन नहीं लगता है तो
ध्यान क्या है ध्यान का ऐसा रहस्य नहीं मालूम होगा
Shocking Truth Behind Your Number’s Last Digit.
शास्त्र असली , अनुभव , ज्ञान नहीं सीखते हैं सच्चा ज्ञान का सच्चा भेद यह है
निरंकार का रूप कैसा है।
निराकार परमात्मा का ध्यान करने का यही तरीका है, कहीं गलत ध्यान तो नहीं कर रहे।
निराकार परमात्मा का क्या मंत्र है और ऐसे जाप करें शीघ्र ही निराकार परमात्मा के दर्शन होंगे।
क्या स्वर्ग में देवताओं की मृत्यु होती है, तो मरने के बाद उनकी आत्मा कहां जाती है।
स्वर्ग में देवताओं की उम्र ठीक इसी प्रकार से ज्ञात की जाती है
पागलों पर कौन सी आत्मा सवार रहती है जान कर रोंगटे खड़े हो जाएंगे
जिंदा, भटकती हुई आत्मा देखना चाहते हैं तो वीडियो जरूर देखें।
ध्यान में प्रवेश क्यों नही हो पा रहे।
अमर कथा भाग 4 शंकर जी ने पार्वती को सुनाई थी वही। जो मनुष्यों में किसी ने नहीं सुना
गुरु दीक्षा लेने के बाद क्या कर ना है
गुरु दीक्षा लेकर यह कभी गलती मत करना
गुरु ध्यान रहस्य, गुरु ध्यान ऐसे करें वर्ना जीवन भर पछताना होगा।
धनतेरस के दिन यह एक वस्तु जरूर खरीदना फिर 15 दिन बाद देखना चमत्कार।
माया लोक के माया जाल से साधक को निकालने के लिए यह गुप्त रहस्य पता होना चाहिए।
माया के जाल में साधक कैसे फंस जाता है ध्यान साधना में सुनकर हैरान हो जाएंगे, मेरा अनुभव।
प्रचंड ध्यान परमात्मा प्राप्ति का, गुरु कृपा से God of meditation
नील चक्र क्या है 99% साधक नहीं जानते ध्यान में कैसे भेदन करना है चरण 3
ध्यान में तुरंत देवी देवताओं का दर्शन कर सकते हैं और बात भी कर सकते हैं चरण 2
भगवान की पत्नी कौन है जिसने जाना अपना जीवन धन्य कर लिया।
ध्यान मे तुरंत प्रवेश करे, इस ध्यान से देवी देवताओ पितृ पूर्वज दर्शन एवं बात कर सकते है बिना गुरु के
गुरु मुद्रा ध्यान की आंतरिक शक्ति प्राप्त करने की चाबी है गुरु मुद्रा से ही अंदर की दुनिया देख पाएंग