🚩राम सूरज श्री मोटे महादेव🌹

🙏ऊं श्री गणेशाय नमः🙏
1.सुखी भाव-हमारा उद्देश्य एक ही है कि हर प्राणी की सेवा स्वास्थ्य सेवा सनातन धर्म की जागरुकता और प्रचार सभी सनातनधर्मी अपने मूल धर्म से जुड़े और वैदिक शिक्षा को पुनः स्थापित करना है।
ऊं सर्वे भवन्तु सुखिन
वेदोखिलो‌ धर्ममूलं
समत्वं योग उच्यते
सब नर करें परस्पर प्रीति
माता पिता गुरु परमात्मा की भक्ति सेवा।🌹 जय श्री राम 🌹

2सेवा-.पहला सूत्र -सरल बने रहो
दूसरा सूत्र- माता पिता की सेवा
तीसरा सूत्र- गुरु भगवान मात पिता पर भरोसा
चौथा सूत्र -सभी योग-यज्ञ और साधना उपासना कर्म करें।
🚩सीताराम 🚩


3.धर्म -धर्म कर्म और संगीत , ज्योतिष,वेदादि शास्त्र ,योग,यज्ञ,अपनी सनातन पूजा उपासना से जुडना ही पुण्य और सच्चा धर्म और आदर्शता हैं। ❤️ऊं नमः शिवाय
❤️


4.शुद्धिकरण -अद्भिर्गात्राणि शुद्ध्यंति (अर्थात् जल से तन शुद्ध होता है इसी प्रकार हर समय हर एक वस्तु की शुद्धता बहुत जरूरी हैं।)

5.बल बुद्धि विद्या देहु मोहि हरहुं कलेश विकार।