परम संत नूर सिंह जी महाराज

*धन धन सतगुरु तेरा ही आसरा*
परम सन्त नूरसिंह जी महाराज जी
जन्म स्थल सनियाना, हरियाणा
परम सन्त छहसौ मस्ताना जी महाराज जी से दीक्षा ली। सेना की नौकरी पूरी करके पेंशन प्राप्त की। सत्संग, रुहानी शिक्षा, बहुत जीवों को नामदान दिया रुहों को भलाई के उपदेश दिए। सुबह शाम हर रोज सत्संग होते रहे हैं। शब्द नूर ज्योत समाये, 03 दिसम्बर, 1979 में अनामी परम धाम सिधारे गांव साहवा में तीन दिन प्रतीक्षा के बाद रुहानी विधि से अन्तिम संस्कार किया पवित्र समाधिस्थल गांव साहवा चूरु में हैं।