Choudhary Enterprises Badaun
Nusrat Qadri Qawwal बहुत प्यारी नाते रसूल, नबियों में सबसे अफजल रुतबा मेरे नबी का नुसरत कादरी कव्वाल
कमर वारसी कव्वाल,, की जो,, विडियो, ख़राब हो गई थी वो किया सही,,, एक नन्हे असगर ने कर्बला हिला डाला,,
Asif Malik Sabari qawwal. ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की शान में पढ़ा ये कलाम, उर्स में लोग हुऐ दीवाने
Yusuf sultani qawwal मोरे अंगना ख्वाजा आए सोए भाग जगाए लोग हुऐ दीवाने सुनकर ये कलाम, युसूफ सुल्तानी
Wasim sabire qawwal,, नबी नबी या नबी नबी New Kalam लोग हुऐ दीवाने उर्स मुबारक निजामपुर बदायूं
Gulam waris kavval कांच की जुगलबंदी के बाद पड़ी मौला अली की ये शानदार कव्वाली, उर्फ निजामपुर बदायूं
Gulam warish का बहुत ही अच्छे अंदाज में निस्बती कलाम निजामपुर के लोग हो गए खुश, कर दी नोटों की बारिश
Asif Malik Sabari qawwal ऐसे हैंअली वाले, वही Yusuf Malik कव्वाल का अंदाज लोग हुए हैरान अंदाज देखकर
Asif Malik Sabari.. वह शेर खुदा है अली अली,, लोग हुऐ दीवाने,, उर्स मुबारक,,दुर्गाराया जिला बदायूं
Danish Sabari kavval,,वहाबियों सुधर जाओ, क्योंकि,,जो नबी का नहीं वह हमारा नहीं, उर्स निजामपुर बदायूं
Faizan Ajmeri kavval.. बहुत प्यारी नाइट रसूल,, सुनकर लोग हुए दीवाने, फैजान अजमेरी कव्वाल, को सुनकर,,
Ummid Raza badayun,, सलारपुर में बहुत अच्छा अंदाज से नाते रसूल पड़ी अपने उस्ताद के सामने, उम्मीद रजा
वसीम साबरी कव्वाल,, सैयदा फातिमा की शान में,, यह कलाम पड़ा मियां हुजूर हो गया खुश,, निजामपुर बदायूं
Faizan Ajmeri kavval.. सोडा आया रे सज गई गलियां बाजार,, d दुगरिया जिला बदायूं में पड़ा है कलम,।
Kamar warsi Qawwal.. बेखुद किए देते हैं अंदाजए हिजाब आना,, निस्बती कलाम,, गुरपूरी चंदन जिला बदायूं,,
Kamar warsi Qawwal,, हिंदी भाषा में पढ़ा ये कलाम,, ओ निर्मोही सपने में आजा, गुरपूरी चंदन जिला बदायूं
मुरादा आतिश कव्वाल,बहुत प्यारी नाते रसूल, प्रोग्राम गुरपुरी चंदन बदायूं, मौके पर कर दीनोटों की बारिश
क़मर वारसी कव्वाल, यह कलाम पढ़कर माहौल बना दिया, एक नन्हे असगर ने कर्बला हिला डाला,,,kamar warsi
Kamar warsi Qawwal.. ने किया कोल से आगाज , लोगों कोआया बहुत पसंद, कर दी नोटों की बारिश, क़मर वारसी
दानिश हुसैन कव्वाल बदायूं ,, कितना मासूम मेरा रश्के कमर लगता है,, निस्बती कलाम, जुम्मी मियां झूम गए
आसिफ मलिक साबरी, मुझे याद आते हैं नबी नबी, लोगों की फरमाइश पर,, फिर लोग घूमने लगे Asif Malik Sabari
अनीस सुल्तानी कव्वाल,, निस्बती कलाम,, हाले दिल ख्वाजा को सुनना है मुझ को अजमेर नगर जाना है, जरूर सुन
Asif Malik Sabari qawwal.. हम्द ए पाक और नाते रसूल के कुछ शेर , ,,दुर्गराया,,के लोगहुए दीवाने।
Haji Taslim Asif qawwal.. आज रंग है हे मां रंग हरि,, मेरे महबूब के घर रंग हरि,, पब्लिक हुई दीवानी,,
ख्वाजा पिया मोरी बिगड़ी बनाना, हाजी तस्लीम आसिफ कव्वाल, लोगों के दीवाने सुनकर, choudhary enterprises
अनीश सुल्तानी कव्वाल, Anis sultani kavval,, कमली वाले हमारे सरकारआ गए,, सोडा आया रे आया,, न्यू कलाम,
मोरे अंगना मोइनुद्दीन आएरे,, हाजी तस्लीम आसिफ कव्वाल, कलाम सुनकर कलंदर हुए मस्त, मलंग लोग झूम ने लगे
हाथ में हाथ देना मेरा काम था, अब यह बिगड़ी बनाना तेरा काम है, हाजी तस्लीम आरिफ कव्वाल, निस्बती कलाम
बेखुद किए देते हैं अंदाज ए हिजबाना,, हाजी तस्लीम आसिफ कव्वाल, ने यह कलम सुनाकर किया पब्लिक को दीवाना
मौला है हमारा,, अली,, मौला है हमारा,, Haji Taslim Asif kavval,, टीलया वाली जियारत पर पड़ा ये कलाम