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मत कर गुमान बावरे बंदिशी|Gandhar Ram Deshpande| शास्त्रीय संगीताची मैफल क्र .६ कोल्हापूर
पद्मश्री रोणू मजुमदार | बासरीवादक |हिंदुस्थानी शास्त्रीय संगीत
"फगवा बृज देखन को चलो री" (Phagwa Brij Dekhan) राग बसंत |पंडित जयतीर्थ मेवुंडी
क्रांतिसूर्य थोर स्वतंत्र्य सेनानी आमदार धुळाप्पाण्णा नवले यांच्या जीवनावरील माहितीपट.
सांवरिया से नैना हो गये चार|Sanvariya Se Nein Ho Gaye Char|पं.शौनकअभिषेकी|दिवाळी संध्यादैसकाळ|sangli
राग मुलतानी |Gandhar Deshpande शास्त्रीय संगीताची मैफल क्र.६कोल्हापूर
सजणी कैसे कहू मन कि बात|पंडित जयतीर्थ मेवुंडी|ಜಯತೀರ್ಥ ಮೇವುಂಡಿ|Pandit Jayateerth Mevundi| swarsangam
सब सखिया जावो प्रभू के दर्शन|Vinayak hegde |विनायक हेगडे | संगीत साधना सांगली
सुहास्य तुझे मनास मोही&नाही पुण्याची मोजणी चित्रगीतभावगीत|पं.शौनकअभिषेकी|दिवाळी संध्यादै.सकाळ|sangli
Bhagyashri Deshpande|भाग्यश्री देशपांडे | Indian classical music| swarsangam
पंडित अजोय चक्रबर्ती |दादरा |Nand k dulhar|पं भीमसेन जोशी संगीत महोत्सव सांगली
तोरी नगरिया-राग बागेश्री | पंडित कैवल्य कुमार गुरव | Pandit Kaivalya Kumar Gurav| Swarsangam
पगवा पे देखण पोहचन |पंडित जयतीर्थ मेवुंडी|ಜಯತೀರ್ಥ ಮೇವುಂಡಿ|Pandit Jayateerth Mevundi| swarsangam
मेरी चुडीया बालम-राग बिहत|Ujwal Gajbhar| swarsangam
ठुमरी |पंडित शैलेश भागवत-शहनाई |P. SHAILESH BHAGWAT| swarsangam
सावन कि सांज भई|मीना फतरपेकर|Meena Fatarpekar| swarsangam
भाग्यश्री देशपांडे |Raag Jogkauns | Indian classical music
नैना रसिले जादूभरे | पंडित कैवल्य कुमार गुरव | Pandit Kaivalya Kumar Gurav| Swarsangam
पंडित अजोय चक्रबर्ती ||पं भीमसेन जोशी संगीत महोत्सव सांगली| Swarsangam
बरसाने कि छोरी राधा| दादरा | |कृष्णा मुखेडकर|पं भीमसेन जोशी संगीत महोत्सव सांगली
पंडित अजोय चक्रबर्ती |ka karu sajni|पं भीमसेन जोशी संगीत महोत्सव सांगली
काटा रुते कुणाला&माझे जीवन गाणे{नाट्यसंगीत आणि भावगीत}|पं.शौनक अभिषेकी|दिवाळी संध्या दै.सकाळ |sangli
राग मुलतान |कृष्णा मुखेडकर|पं भीमसेन जोशी संगीत महोत्सव सांगली
yad piyaki aye mod|पंडित अजोय चक्रबर्ती ||पं भीमसेन जोशी संगीत महोत्सव सांगली
भवानी दयानी - सहज योग नवरात्री देवी स्तुती |डॉ. अविनाश कुमार
चहू दिशी आनंद छायो हे |आइ चांदणी रात शरद कि|राग मधुकौंस | सावनी शेंडे
बैरो पिया मेरा |श्रुती सडोलीकर|Shruti Sadolikar
राग-सरस्वती|रैन की बात मै कैसे कहू सखी रे|पं.शौनक अभिषेकी|SHOUNAK ABHIASHEKHI|दिवाळी संध्या दै.सकाळ
मोरा सैयां बुलावे आधी रात | राग देश | दादरा ताल |डॉ. अविनाश कुमार
भक्तिगीते आणि अभंगांची सुरेल पंच माला | पं.शौनक अभिषेकी|दिवाळी संध्या दै.सकाळ | sangli