Lalit Kumar Goyal
कैसे मेरा भारत महान और विकसित देश बन सकता है
अगर दिल्ली की जनता अपनी छतों से पास के पेड़ों पर प्रति दिन पानी डालें तो हवा साफ़ हो जायेगी
दिल्ली की हवा साफ़ करने का बहुत सस्ता जुगाड (तरीका)
नवाब सिंह सैनी साहब मेरे सुझाव से हरियाणा के सभी प्राइवेट स्कूल बंद हो सकते हैं
गोतम गंभीर को जल्दी से जल्दी पद से हटा देना चाहिए
ऊटपटांग टीम ऊटपटांग चयनकर्ता
ओड़ ईवन का बाप
नवाब सिंह सैनी जी सफाई व्यवस्था में दो हरियाणा क्यों
नदियां साफ़ करने का एक ही रास्ता है जल बोर्डों का निजीकरण बाकी सब नाटक है
आइपीएल ने टैस्ट क्रिकेट को बर्बाद कर दिया है
मोदी जी आप मुर्ख जवाहरलाल नेहरू की घटिया नीतियों को बदल नहीं पाए हो
भारत के बाजारों में वासरुम की निजी दुकानें खुलने से भारत की महिलाओं को बहुत आराम मिलेगा
देवी बसों का निजीकरण करके दिल्ली गरीबों को पांच हजार रूपए सालाना मुफ्त बस बाउचर दे सकती है
दिल्ली एनसीआर की रोड़ से 90 प्रतिशत कारें कम हो सकती है
भारत में घरों, दुकानों और रेहड़ी पटरी वालों का पचास प्रतिशत कूड़ा नालों और नालियों में जाता है
जब अमेरिका,यूरोपमें सफाई का काम निजी कंपनियां कर रही हैं तो भारत में सरकारी कर्मचारियों से सफाई
सरकारी बसों पर हीरे मोती भी जड़ दो तब भी जनता सरकारी बसों की तरफ झांकेगी नहीं
खाली प्लाटों ने भारत के एक करोड़ रोजगार को दबा रखा है, इन प्लाटों में सौ करोड़ पेड़ लगवाए जा
दिल्ली की हवा साफ़ करने के लिए दिल्ली के अमीरों को बसों में चलना ही होगा जबरदस्ती या प्यार से
भारत ने आज तक जितने भी हथियार, फाइटर जैट खरीदे वह सभी विदेशी निजी कंपनियों से खरीदे लेकिन
अंडरपास और फुटओवर ब्रिज निजी कंपनियों को किराए पर दे कर इन को कामयाब बनाया जा सकता है हजारों रोजगार
डीटीसी के एकाधिकार की वजह से दिल्ली की जनता की मोटी जेब कट रही है
डल लेक की तरह भारत की सभी झीलों में निजी हाउस वोट या निजी सीकारे चलाने की इजाजत मिलने से
निजीकरण पर चलने वाले सभी देश अमीर और विकसित हैं
रेलवे से सरकारी एकाधिकार हटने के बाद ट्रेन के किराए आधे से भी कम हो सकते हैं
दिल्ली एनसीआर की हवा साफ़ करने का एक मात्र समाधान बड़ी निजी कंपनियों की एसी बसें दिल्ली में चलें
रेलवे में सरकारी एकाधिकार खत्म होने के बाद बंदे भारत तथा अन्य एसी ट्रेन के किराए आधे से कम हो जाएंगे
भारत के गरीबों को भी मिरेकल गार्डन देखने का हक है
बड़े खिलाड़ियों के रिटायरमेंट की परंपरा बंद होनी चाहिए