Shimla mata rani ke bajhan123
पट खोल पुजारी मंदिरके
सास बहू से बोली गीत
तेरे ओ काले न खाली ईबक बचाले भोले नाथ भजन
बालम मैं तो वहीं लूंगी डम डम डमरू वालाभजन
ऐरी ऐरी री गुजरिया तू तो सारी मटका भजन
पनघट पे नाचे मोर में मोर देखने जाऊंगी भजन
तेरे भरोसे छोड़ चला म अपनी फुलझड़ी गीत
बन्ना गीतजकड़ी
जकड़ीगीत
सासू पनिया कैसे जाऊं रसीले दोनैना
मेरे बालम नौकर चल पड़े मैन दुनिया डांस बताओ जकड़ी
मेरी छतरी के नीचे आजा क्यों भीजे कमला खड़ीखड़ी
अरे करतार बाच ले तार के लेले रे 10 दिन की छुट्टी
गठड़ी मठडी बंद कर बीर तेरा आईबात
किसकगालु चंद्र बेटी नौकर मेरा जमाई कटक मेरे घोड़े वाले की
नरसी काभारत
चिमटा पलटा ले क गांव में आई लोहारी रे
ए सावित्री तेरा बुरा कचीया गात जकड़ी
सासू पनिया कैसे जाएं रसीलेदोये मैना जकड़ी
मैं तेरा मराआया भरण घुंघटखोलिए जकड़ी
जेठ मेरा दस पढ़ रहा सही जकड़ी
पिया की तो गए थे रात जकड़ी
ओ मेरे खातेमें लगे से
गुडे ऊपर पड़ी र तांगड़ी जकड़ी
तेरी मेरा मत ना करो मखोल बोल इसे बोलो मत ना भजन
जोड़ जोड़ अलमारी भरली आग आड़ भजन
मेरी कंठी ले जा बरिया बहन का बात झगड़ी बात
ननद मेरा भाई आरा री ऐरी मन मोहन मुरली आला भजन
छुट्टी के दिन पूरेहो गए