Soldier Ananda sahaji
I am an Indian army soldier.Who likes to make fitness and duty time video.
l am a sahaji.Welcome to my sahaja yoga family.Sahaja yoga meditation is always free.Sahaja yoga meditation is founded by Shri Mataji Nirmala Devi on 5th May 1970. It is practiced in almost every country.
You can enjoy this channel with out any cost,it absolutely free for all .
This channel is about sahaja yoga dhayan, meditation,bhajans and speeches of Shri Mataji Nirmala Devi ji
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आप पुरितेरा सुरक्षित है. आपको कयी दुःख नहीं दे साकता है अगर आप सहज योगमें है तो| D & M NO -880
आप की अन्दर जो तेजस्वीता है वाकि साधु संत में नहीं है ए सहज योग में सम्भव है| D & M NO -879
जबतक निर्विचारता स्थापित नहीं होता सहज योग में वातचित हि वातचित रह जाता है | D & M NO -878
सहज योग में रियेलाईसेशन कि वाद हाम आत्मा की साहारे कार्य करते हैं | D & M NO - 877
जो धर्म में खाडा है इतना शक्ति अधर्म को साथ आपको केया मकावेला | D & M NO -876
बगर सहज योग में आप केइसे सामझेगा किस चीज में भाईब्रेशन है किसमे नहीं | D & M NO -875
सहज योग में कयी भी कार्य हृदय से होना चाहिए अन्तर आत्मा से होना चाहिए | D & M NO -874
सत्य का जो तत्व है उ हाम सव एक है | D & M NO - 873
चित्त को एकाग्र करना है आपने अन्दर सारे मैईल निकालते ही चित्त एकाग्र होता है | D & M NO - 872
परमात्मा है वलके आप कि अन्दर से परम चैतन्य बह रही है | D & M NO - 871
चित्त ईधर उधर नहीं आपने उपर रखे हार समय हाम दोसरे कों देखते हैं आपने कों देखें| D & M NO -870
आपने अन्दर फांसे हुए राम को आपने प्रकाश में लाना केवल सहज योगी हि कर साकते है | D & M NO -869
जब आप परमात्मा कि वात सोचें ईश्वर कि वात सोचें तो आप छोटे वाच्चे जेसे होते हौ | D & M NO -868
तांत्रिको को एक एक करके नहीं सारे एक साथ गंगा जी में धो डालना चाहिए | D & M NO -867
आज जो हाम एमिवा से इन्सान वाना ए ब्रेन की फल स्वरूप वाना | D & M NO -866
हिन्दुस्तान में सभी जानते हैं हामे पवित्र रहना है उ श्रीगणेश की शक्ति से होता है | D & M NO -865
सहज योग में उही लोग आयेंगे जो सोचते हैं हामे परमात्मा को प्राप्त करना है | D & M NO -864
हाम सब परमात्मा की अग॑ है उसकै जानना चाहिए ओर मेहसुस होना चाहिए | D & M NO -863
मानुष्य कि चेतना इतनौ व्यापक होना चाहिए जिसके अन्दर सत्य सामा जाई | D & M NO -862
कुण्डलिनी को साथ खेलने कि अधिकार परमात्मा कि सवाई और किसीका नहीं है | D & M NO -861
जेइसे गनेश कि वाहन मूषक है एइसे आपको बाहन आपकी चित्त है| D & M NO -862
आपने कुण्डलिनी जागृत की वाद अंगुली कि इशारे से वाता सकते हैं दोसरे कि चक्र कि वारे में | NO -860
श्रोगनेश जेसे शुद्धता जबतक हामारे हृदय पर नहीं आयेगा शरनागत हामे नहीं मिलेगा | D & M NO -859
हामारे अन्दर आत्मा सरुप है एकमेव ए हि सत्य सरुप है | D & M NO -858
आप पार हो गया परमात्मा कि पास आपको कुछ तो सम्पदा होना चाहिए | D & M NO -857
भगवान किसी पर अन्याय किउ करेगा उ तो करूनानिधी है | D & M NO -856
आदमी को दानी होना चाहिए जो खाता पिता है उ दानी होता है | D & M NO - 855
जो तवियत से वादशा होता है उ गरीब आमिर कुछ नहीं होता उ वादशा होता है | D & M NO -854
गुस्से वाले लोग सहज यौग में ना आए अत्यंत प्रेम करने वाले लोग सहज योग में आए | D & M NO -853
जव आपकी हृदय खोल जाते हैं तव आत्मा की जो हितकारी बहुत अच्छा लगता है | D & M NO -852