Shiv Sadhna - Jayshree Tiwari

भारत की संस्कृति और सभ्यता, आध्यात्मिक स्तुति , स्तोत्र का प्रचार, प्रसार ही मेरे जीवन का उद्देश्य है ।लेखन के द्वारा समाज में चेतना फैलाना और हमारी संस्कृति के प्रति लोगों को जागरूक करना यही लक्ष्य है । वैसे भी यह मेरा पुनर्जन्म है ।मैं तो 25 साल पहले ही आखरी अवस्था में थी ।किताब लिखी है " मृत्यु शैय्या से समाज सेवा तक " ।
"कर्ज है मुझ पर देश का वह मुझे चुकाना है ।
भारत के संस्कार और संस्कृति को मरकर भी बचाना है ।
मरते तो सभी हैं ,पर मुझे मरने के बाद भी नाम अमर करके जाना है ।
रोम रोम और श्वास श्वास में राम को भरकर,
हर मरते हुए को जिलाना है ।'
परिचय -- लेखिका , गायिका , समाज सेविका, नारी रत्न सम्मान, महिला पंडित ,अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड , नेचरोपैथी और योगा सम्मान सहित ,400 से अधिक सम्मान से सम्मानित ।