Ram Kabir mukti yog

अगर आप इस दुख भरे संसार से, इस काल जाल से निकलना चाहते हो जन्म मरण से मुक्ति चाहते हो तो हमारे सत्संग सुने और समझने की कोशिश करें। सत्संग अच्छा लगे तो चेनल सबस्क्राइब करे।। 52 का जाप छोड़ दो, कबीर साहब ने कहा है,52 के जंजाल में फंस गया ये संसार सिमरन 52 अक्षर का करे कैसे लागे पार।। शब्द बिना सुरत आन्ध्री कहो कहा को जाएँ द्वार ना पाए शब्द का फिर फिर भटका खाएं ।। 9829049*** 21/10/84/10,7,89/30,4,82