Rampal vishwakarma bhajan
Ashish vishwkarma
#बालजी गौतम#बिरहा के अगिया लगल यही तन में
(निर्गुण भजन) की हाय राम जिंदगी का कौनठिकाना
कृष्ण प्यार को तूने नहीं जाना रे#बाबा जी के आवाज में
(सरस्वती बंदना) मैं लाल तुम्हारा हूं खुशहाल करो मां
(कृष्ण भजन) रह रहे जिया घबराए सखी रे मनमोहन ना आए#स्वर#राजमन यादव
(बहुत सुंदर भजन)बाबूजी के बिना सुना बाटे मोर अटरिया#स्वर#सूरजस्वर यादव#
(निर्गुणभजन) मैं ना लड़ी मोर सैया निकल गए#स्वर#राजमनयादव बाबाजी
(माता जी का भजन) छाई घटा घनघोर मैया तोरा झूला पड़ा बगिया में#गायक#रामपालविश्वकर्मा#
(बाबा जी का निर्गुण) गुरु ज्ञानी है कोहिनूर हो जहां से सहोर सीखे दुनिया
(बहुत प्यारा निर्गुण) जब दिल की कोठारिया साफ नहीं ऊपर के नहाए का होई#स्वर#सूरज यादव#
(बहुत अच्छा निर्गुण)मनवा तोहरे अकली परिहा परि गय पथरिया#स्वर#रामपाल विश्वकर्मा#9451506359
(बाबा जी के निर्गुण) लूटल हो कौनो ठगवा नगरिया#गायक#राजमन बाबा यादव
(भोजपुरी गाना) रेलिया बैरन पिया को लिए जाए हो#संजय डांसर गोलू हनुमान डांसर चेन्ने मास्टर नाकारा#
(बहुत प्यारा निर्गुण) बलम हो ले चला गौना मोर#गायक#रामदास पंकज और साथी
(निर्गुण भजन) गवनवा नहीं आने वाले सजना # स्वर#रामदास पंकज और साथी#
#देवर भाभी का गीत# कहा ना माने हमरा देवरा हजारी#गायक#रामपालविश्वकर्मा
(भगवान काभजन) करो प्रभु का भजन बस यहां#गायक#रामदास पंकज ० और साथी ०
(बहुत प्यारा निर्गुण भजन) जा दिन मन पंछी उड़ी जैहै#गायक#रामदास पंकज और साथी
(दारू गीत) दारू पीएसे मितवा चार फल होई #स्वर#रामदास पंकज #और साथी
(सत्संगी भजन) मन बैरागी भजन कैला हरि का #स्वर#रामदास पंकज और साथी सचिन
(निर्गुण) एक दिन जाना पड़ी है सबके कचरिया हो सांवरिया ओढ़ के ललकी चदरिया ना#रामपाल विश्वकर्मा
(बहुत प्यारा निर्गुण भजन) भजना पड़ी हो हरि नाम सुगनवा पिंजरा में रही के #स्वर#रामदास पंकज
(निर्गुण भजन)सैया मिले हैं घुन गुनवा हे सखी#स्वर#मुनीराम यादव और साथी
एक दिन चोला दगा दे जाएगा (बहुत प्यारा निर्गुण ) गायक रामपालविश्वकर्मा#
पल में हो गैलै फरारी पंख धारीसुगना(निर्गुणभजन)#स्वर#राम दास पंकज
(निर्गुण भजन) देबैं ससुरारी नयन भर कजरा#स्वर#मुनीराम यादव और पार्टी# कृपया सब्सक्राइबकरें
(निर्गुणभजन) हिंदू धर्मवा भैया काहे भर मावेला #गायक#रामपाल विश्वकर्मा और साथी
(निर्गुण भजन) तोहार गोरी कजरा बड़ा नीक लागे # स्वर # रामदास पंकज#और सभी साथी
(निर्गुण भजन) हरे मन तुमको शर्म नहीं आती #स्वर #मुनीराम यादव# कृपया लाइक सब्सक्राइब जरूर करें
(निर्गुण भजन) पठाय पतिया सैया मांगे गवनवा #स्वर#रामपाल विश्वकर्मा#लाइक सब्सक्राइब जरूर करें