पाणिनीयप्रवेशाय _Krishna gopal Das ji
।।अध्येयं व्याकरणम्।।
"कौमुदी यदि आयाति वृथा भाष्ये परिश्रमः।
कौमुदी यदि नायाति वृथा भाष्ये परिश्रमः"।।
इस चैनल का उद्देश्य 'संस्कृत-व्याकरण' का परिचय संस्कृतछात्रों के साथ साथ अन्य विषय के छात्रों को कराना है। इसके लिए लघुसिद्धान्तकौमुदी ग्रन्थ का अध्ययन बहुत आवश्यक है । यद्यपि यह पारम्परिक-ग्रन्थ है तथापि अतिरिक्त प्रयास से अवगमन किया जा सकता है। इस ग्रन्थ का बोध करनेसे बौद्धिकस्तर में भी वृद्धि होगी अतः अवश्य लाभ लेवें।
विषय सम्बद्ध चर्चा व शंका समाधान हेतु रात्रि 9:30 से 10:30 तक यहां सम्पर्क कर सकते हैं-
मो-7987108039.
बड़ा से बड़ा दान तपस्या भी निष्फल होती है यदि उसे भगवान को अर्पित न किया जाए || SHRI RAJENDRA DAS JI
सच्ची शोभा क्या है जानिए महाराज जी के जीवन की घटना से ||SHRI RAJENDRA DAS JI MAHARAJ
श्रीराधारानी की प्रार्थना से ही शुकदेवजी का अवतार हुआ , यह किसके अवतार हैं || SHRI RAJENDRA DAS JI
इस धरती पर प्रथम भागवत कथा किसने कही व किसने सुनी ?SHRI RAJENDRA DAS JI MAHARAJ
क्या जप, अनुष्ठान, पूजा, माला इत्यादि कलियुग में सफल होते हैं ? SHRI RAJENDRA DAS JI MAHARAJ
योग माया किन स्थलों में विराजमान है जहां आपको पूजा करनी चाहिए ||SHRI RAJENDRA DAS JI MAHARAJ
पितृपक्ष में यह जरूर ध्यान रखें , नहीं तो हो सकती है हानि || TARPAN || SHRI RAJENDRA DAS JI MAHARAJ
श्रीअग्रदासजी एवं श्रीहरिदासजी का परस्पर संबंध भाव अद्भुत था || SHRI RAJENDRA DAS JI
जब एक ब्राह्मणी के रूप पर आकृष्ट होकर गया व्यक्ति ब्राह्मणी ने यह उपाय किया || SHRI RAJENDRA DAS JI
रूप को देखकर आसक्त होने वाले साधक अवश्य ध्यान दें वास्तव में रूप कैसा होता है || SHRI RAJENDRA DAS G
नाम जप में विश्वास होना ही भक्ति है || भजन _विश्वास एक राम नाम को || SHRI RAJENDRA DAS JI MAHARAJ
जिस मनुष्य ने यह कार्य कर लिया उसकी कोई तपस्या बाकी नहीं रहेगी || SHRI RAJENDRA DAS JI MAHARAJ
15 years ago..जब तेज बहाव में पुल से कूदे महाराजजी के साथ महापुरूष फिर क्या हुआ ? SHRI RAJENDRA DAS
भगवान् के नाम के प्रेमी भक्तों के लिए श्रीशिवजी ने क्या कहा ? NAAM MAHIMA_1 || SHRI RAJENDRA DAS JI
महापुरुष की परिभाषा क्या है ? ऐसा चरित्र पहले नहीं सुना होगा काश्मीरी बाबा जी ||SHRI RAJENDRA DAS JI
गुरुदेव ने बताया कि तुच्छ शरीर _इन्द्रियों से भगवान् का दिव्य नाम कैसे लिया जाता.SHRI RAJENDRA DAS G
श्रीराम व श्रीराधा नाम का ऐसा मेल कभी नहीं सुना होगा || इतनी जयकारा भी नहीं || SHRI RAJENDRA DAS JI
पूजा पाठ एवं साधन कम हो जाना व मन न लगना यह क्यों हो रहा है ? SHRI RAJENDRA DAS JI MAHARAJ
भगवत् दर्शन के चार प्रकार हैं ,श्रीमद्भागवत ही चारों दर्शन कराने में समर्थ है || SHRI RAJENDRA DAS G
कथा में आयीं CM रेखा गुप्ता ...महाराजजी ने गोसेवा पर कही बड़ी बात || SHRI RAJENDRA DAS JI MAHARAJ
वैयाकरणसिद्धांतकौमुदी कारकप्रकरणम् पाठ - 4 || KRISHNA GOPAL DAS JI || #vyakarana #kashi #teac
गोमाता की कृपा से ही गणेश जी प्रथम पूज्य हुए हैं || GANESH CHATURTHI SPACIAL || SHRI RAJENDRA DAS JI
महाराजजी के हृदय में छा गए जानकीनाथ भगवान् रैवासा इसीलिए बार बार आ रही है याद || SHRI RAJENDRA DAS G
श्रीगुरूग्रन्थ साहिब का प्रथम प्रकाश_महापर्व की जय || श्रीगुरुनानक जी की जय || SHRI RAJENDRA DAS JI
आपको भी अवश्य ध्यान देना होगा ,नहीं तो हो जायेगा सब नष्ट || KALIYUG BIRTHDAY || SHRI RAJENDRA DAS JI
आज कल घर - घर में क्लेश, संतान न होना यह क्यों हो रहा है ?SHRI RAJENDRA DAS JI MAHARAJ
क्या 2025_2032 के मध्य में होगा तृतीय विश्वयुद्ध, तो कितनी बचेगी जनसंख्या ?SRI RAJENDR DAS J MAHARAJ
सनातन धर्म और गौमाता इनका अद्भुत सम्बन्ध है , गाय विना सनातन नहीं हो सकता || SHRI RAJENDRA DAS JI MA
श्रीसद्गुरुदेव भगवान् ने देखा ''श्रीकनकभवन ओरछा" का चित्रण , यह तो श्रीकनकभवन अयोध्या के जैसा ही है.
यदि आप यह सत्संग सुनलेंगे तो गाली सुनने पर असर नहीं होगा एवं कभी क्रोध नहीं आएगा ||SRI RAJENDR DAS J