Shri Prannath Ji Vani
Shri Prannath Ji revealed the Tartam Vani - divine wisdom uniting all faiths. The Tartam Vani is an ocean of infinite meaning. Each verse unveils mysteries of creation, dissolution, and the soul’s journey home to the Eternal Beloved. The Tartam Vani unites the wisdom of the Vedas, the Qur’an, the Bible, and all holy texts.
In His lineage, Shri Rajan Swami Ji - a radiant soul whose life is a living commentary on Tartam Vani. He stands as the torchbearer of divine understanding - interpreting Vani with depth and simplicity, awakening countless hearts with His calm, compassionate teachings. His life is an offering, his words an echo of his Master’s voice.
Following His footsteps, all sundersathji connected to SPJV spread the fragrance of Vani through Zoom meetings and this YouTube Channel, explaining each verse with devotion and grace. Their seva bridges generations, inspiring seekers to walk the path of love, service, and awakening.
🚩 Day 393 - श्री बीतक साहेब चर्चा - श्री राज आरोगत हेतसों, ए किनकी झोरी के।
Day 82 - प्रभा जी के द्वारा श्री परमधाम चर्चनी
🌷 Day 253 - श्री सिंधी - तन रूपी परदे का मोह हटने से ही चितवन में धनी को देखना संभव हो सकता है।
🙏🏻 सरकार श्री का दुर्लभ वीडियो - जागनी अभियान पुराल, मई 1988 - तारतम वाणी 🙏🏻
🌷 Day 252 - श्री सिंधी - परात्म की 'मैं' से ही ब्रह्मलीला का अस्तित्व है।
🚩 Day 392 - श्री बीतक साहेब चर्चा - मन में छुपी नकारात्मकता ही विकारों रूपी दज्जाल का पोषण करती है।
🚩 Day 391 - श्री बीतक साहेब चर्चा - धर्मग्रन्थों के अर्थ को बदलना, अर्थ का अनर्थ करना है।
🌷 Day 251 - श्री सिंधी - मैं-खुदी से अलग होने के बाद भी संसार में 'मैं' बनी रहती है।
💖 Day 3: प्रेम रसायन ई-बुक मंथन – सखी तमे हमारा जीवन छो 💖
Day 81 - प्रभा जी के द्वारा श्री परमधाम चर्चनी
💖 Day 73_पावन होते अंदर-बाहर से, जो निस्वार्थ सेवा करते। लक्षण उनके सारे, प्रभु-प्रेमी जैसे होते।। 💖
🚩 Day 390 - श्री बीतक साहेब चर्चा -राजजी ने धर्म ग्रन्थों में परमधाम की साक्षी किसके लिए लिखवाई हैं?
💖 Day 72_बिन बोले संकट को, लेते हैं भांप। न होते अगर सतगुरु, तो डस लेते माया के सांप।। 💖
❤️ बाबा बुल्ले शाह - जिस तन लगिया इश्क़ कमाल ❤️
🌷 Day 250 - श्री सिंधी - क्या हम सच में अपने गुनाहों को देखकर डरते हैं?
❤️ विरह रस के प्रकरण - धाम मांहें धणी अमें ऊंचूं केम जोइसूं ❤️
🌷 Day 249 - श्री सिंधी - धनी! इस खेल में हमारे साथ सब कुछ आपके हुक्म से ही होता है।
🌷 Day 248 - श्री सिंधी - विचारशील स्त्री के दृष्टांत से इंद्रावती जी की आत्माओं को शिक्षा।
❤️ विरह रस के प्रकरण - दुख भंजन सब विध पिउजी समरथ ❤️
💖 Day 2: प्रेम रसायन ई-बुक मंथन – सखी तमे हमारा जीवन छो 💖
💖 Day 71_दे रहे सतगुरु, सबक सच्ची फकीरी का। लोभ लौकिक का करे जो, हाल बुरा होगा उसका।। 💖
💖 Day 1: प्रेम रसायन ई-बुक मंथन – सखी तमे हमारा जीवन छो 💖
💖 Day 70_चमत्कार को देखकर, करती दुनी सलाम। हो सन्मुख परमात्मा, कोई नहीं पहचान।। 💖
❤️ विरह रस के प्रकरण - कलकली महामति कहे हो कंथ जी ❤️
🌷 Day 247 - श्री सिंधी - अपने दोषों को देखने के बाद, पिया को पुकारते हुए भी हमारी हानि कैसी हो गई?
❤️ विरह रस के प्रकरण - केम रे झंपाए अंग ए रे झालाओ ❤️
🌷 Day 246 - श्री सिंधी की सुगंधि - अपने गुनाहों को देख कर डरने की आवश्कता वास्तव में किसे है?
❤️ विरह रस के प्रकरण - हुकम मोहथी नजर करो निरमल ❤️
❤️ विरह रस के प्रकरण - सुपनमां दुख सहया घणां रासमां, जागतां दुख न सेहेवाए लगार।।
💖 SPJV प्रथम ऑनलाइन वैश्विक अखंड पारायण कार्यक्रम में आदरणीय महेश भाई पटेल जी द्वारा आशीर्वचन 💖