सनातन संस्कृति : पाठशाला

सनातन संस्कृति वह है जिसका न आदि है न अंत और जहाँ आवश्यकता हो वहाँ परिवर्तन सहज स्वीकारे जाते हैं।

भारतीय संस्कृति और परम्पराएँ कभी हमारे जीवन का आधार थीं, पर आज की युवा पीढ़ी उनसे दूर होती जा रही है। पहले यह ज्ञान वृद्ध और गुरुओं से सहज मिलता था, पर आधुनिक सामाजिक ढाँचे और एकल परिवार की वजह से यह बच्चों तक नहीं पहुँच पा रहा है। अध्यापकों को भी इन परम्पराओं का महत्व ज्ञात नहीं और लिखित रूप में यह ज्ञान बहुत कम उपलब्ध है। विदेशी अनुसंधान हमारे लिए पूरी तरह उपयोगी नहीं क्योंकि भारत की भौगोलिक और सांस्कृतिक दशाएँ विशिष्ट हैं।

चैनल के संस्थापक प्रोफेसर (डॉ.) राजेंद्र सिंह, शारीरिक शिक्षा विभाग, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में वरिष्ठ प्रोफेसर हैं। 37 वर्षों के अनुभव के साथ वे खेल चिकित्सा, सुधारात्मक शारीरिक शिक्षा और योग में विशेषज्ञ हैं तथा अनेकों राष्ट्रीय-अन्तराष्ट्रिय योग पर शोध कार्यों और पुस्तकों के माध्यम से योगदान दे रहे हैं।

इसी परम्परा को जीवित रखने के लिए यह चैनल स्वास्थ्य परम्पराओं, योग और जीवन से जुड़े विषयों पर प्रामाणिक ज्ञान साझा करता है।