Ajay Vijay Orai
Ajay Vijay Orai
जवाबी कीर्तन चैनल में आपका स्वागत है ❤️
यहां पर आपको दुनिया भर के पारंपरिक आधुनिक जवाबी कीर्तन मिलेंगे
हम भारत नेपाल और अन्य देशों और संस्कृतियों के साथ-साथ मूल रचनाओं से जवाबी कीर्तन एवं संगीत पेश करते हैं
हमें उम्मीद है कि आपको हमारे द्वारा प्रस्तुत जवाबी कीर्तन पसंद आएंगे
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धन्यवाद 🙏
~ Ajay Vijay & Party
राम तेरी गंगा मैली हो गई पापियों के पाप | अजय विजय उरई | कल्पना दुबे जी | खनगा बाजार महोबा| भाग 7
तेरी पायल बजी यहां मैं घायल हुआ वहां | अजय विजय उरई | कल्पना दुबे जी | खनगा बाजार महोबा| भाग 6
बलमा कदर ना जाने बाली रे उमरिया के | अजय विजय उरई | कल्पना दुबे जी | खनगा बाजार महोबा| भाग 5
तेरे मेरे बीच में कैसा है ये बंधन अंजाना | अजय विजय उरई | कल्पना दुबे जी | खनगा बाजार महोबा| भाग 4
प्यार करने वाले कभी डरते नहीं | अजय विजय उरई | कल्पना दुबे जी | खनगा बाजार महोबा| भाग 3
कहां लाया मेरा यार पहाड़ों में | अजय विजय उरई | सचदेवा शरारती जी | झींझक कानपुर देहात | भाग 9
गली गली घूमें कली कली चूमें | अजय विजय उरई | सचदेवा शरारती जी | झींझक कानपुर देहात | भाग 8
जमाना तो करवट बदलता रहेगा | अजय विजय उरई | सचदेवा शरारती जी | झींझक कानपुर देहात | भाग 7
खामोशी भी एक बजा है खाली रस्ता बोल | अजय विजय उरई | सचदेवा शरारती जी | झींझक कानपुर देहात | भाग 6
वो सितमगर है दिलरुबा भी है | अजय विजय उरई | सचदेवा शरारती जी | झींझक कानपुर देहात | भाग 5
सुनो भौजी की बेन कछु करो लेने देन | अजय विजय उरई | सचदेवा शरारती जी | झींझक कानपुर देहात | भाग 4
मेरा दिल खो गया है किसी का हो गया है | अजय विजय उरई | सचदेवा शरारती जी | झींझक कानपुर देहात | भाग 3
प्यार करने वाले कभी डरते नहीं | अजय विजय उरई | सचदेवा शरारती जी | झींझक कानपुर देहात | भाग 2
दिल के टुकड़े-टुकड़े करके मुस्कुराके | अजय विजय उरई | सचदेवा शरारती जी | झींझक कानपुर देहात | भाग 1
बलमा कदर न जाने वाली रे उमरिया के | अजय विजय उरई | कमलेश्वरी कंचन जी | बिरिया गढ़ेवा झींझक | भाग 2
हुस्न पहाड़ों का ओ साहिबा | अजय विजय उरई | कमलेश्वरी कंचन जी | बिरिया गढ़ेवा झींझक कानपुर | भाग 1
जब-जब मियां बीवी में तकरार होती है | अजय विजय उरई, क्रांति माला जी | सबलापुर बहराइच | भाग 10
हम तुम्हें इतना प्यार करेंगे कि लोग हमें | अजय विजय उरई, क्रांति माला जी | सबलापुर बहराइच | भाग 9
मानो तो मैं गंगा मां हूं ना मानो तो बहता | विद्यांशी बहराइच क्रांति माला जी | सबलापुर बहराइच | भाग 8
आएगी जरूर चिट्ठी मेरे नाम की तब देखना | अजय विजय उरई | क्रांति माला जी | सबलापुर बहराइच | भाग 7
मिलते मिलते हसीं वादियों में दिल खो गया तो| अजय विजय उरई | क्रांति माला जी | सबलापुर बहराइच | भाग 6
मेरा दिल खो गया है किसी का हो गया है | अजय विजय उरई | क्रांति माला जी | सबलापुर बहराइच | भाग 5
मेरा प्यार वो है कि मर के भी तुमको | अजय विजय उरई | क्रांति माला जी | सबलापुर बहराइच | भाग 4
ले गया थ्री व्हीलर वाला बेगम 16 साल की | अजय विजय उरई | क्रांति माला जी | सबलापुर बहराइच | भाग 3
ओ मेरी रानी ले जा छल्ला निशानी | अजय विजय उरई | क्रांति माला जी | सबलापुर बहराइच | भाग 2
ओ रब्बा मेरा दिल माहियां ले गया | अजय विजय उरई | क्रांति माला जी | सबलापुर बहराइच | भाग 1
मेरा रूप रंग मेरा अंग अंग | अजय विजय उरई | कमलेश्वरी कंचन जी | मोहनलालगंज लखनऊ | भाग 1
तुनक तुनक तुक तुन्ना सुनो पावनी बिन्ना| अजय विजय उरई | रोशनी अंजान जी| पटेल इंटर कालेज शेखपुर |भाग 4
फिरकी वाली तू कल फिर आना | अजय विजय उरई | क्रांति माला जी | किशवाखेड़ा डेरापुर | भाग 3
मैं माटी का गुड्डा तू सोने की गुड़िया| अजय विजय उरई | रोशनी अंजान जी | पटेल इंटर कालेज शेखपुर |भाग 3