Bhakti se Atmshanti

जय श्री गणेश
मंगलमय श्रीगणेश जी, माँ जगदम्बा कोटि -कोटि नमन। श्रीहरि तथा माँ सरस्वती का बारम्बार पाद वंदन करता हूँ, जिनकी असीम अनुकम्पा से श्रीमद्भागवत पुराण जैसी महान ग्रंथ को देखने, स्पर्श करने तथा उच्चारण करने की शक्ति प्राप्त हुई है।
श्रीमद्भागवत पुराण जैसी परम पवित्र और अति ही दिव्य ग्रंथ जो हम जैसे पतितो का हृदय निर्मल कर दे, जिसकी एक-एक अक्षर में स्वयं श्री कृष्ण निवास कर रहे है, भला उस ग्रंथ की शक्ति का क्या कहना। प्रभु ने मुझ जैसे अवोध, अज्ञानी को इस पथ पर आगे बढ़ के लिए प्रेरित किया।मैं ऐसे कोमल और अति दयालु माँ,प्रभु तथा पुज्यपाद को बहुत - बहुत धन्यवाद।
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😂बड़ी कृपा है ।
हरि ऊँ तत्सम बाकी सब गपसप