Devbhoomi Vikas Sansthan
Speech by Shri Arif Mohammad Khan
विचारों का प्रवाह और संवाद की संस्कृति -श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत
भारतीय संस्कृति और सतत विकास: मूल्यों पर आधारित दृष्टि -श्री विनोद चमोली
तर्क, बोध और विद्या: भारतीय बौद्धिक परंपरा का विश्लेषण -प्रो. जगमोहन सिंह राणा
पर्यावरणीय एवं आर्थिक संतुलन: शासन की नीतिगत प्रतिबद्धता -श्री पुष्कर सिंह धामी
पलायन समस्या से समाधान तक - श्री एसएस नेगी
इकोसिस्टम प्रोडक्ट्स एंड सर्विसेज: वैचारिक और व्यावहारिक विमर्श -डॉ. अरुण रावत
हिमालय की पारिस्थितिक विशिष्टता और सांस्कृतिक विरासत -डॉ. पी. पी. ध्यानी
पलायन, रोजगार और विकास: पर्वतीय समाज की चुनौतियाँ -प्रो. आर. पी. मंमगाई
नदी संस्कृति और संरक्षण का नैतिक परिप्रेक्ष्य - श्री मुन्ना सिंह चौहान
भारतीय संस्कृति का अनादि प्रवाह: एक दार्शनिक विमर्श - श्रद्धेय स्वामी अवदेशानंद गिरी जी महाराज
‘वसुधैव कुटुम्बकम्’: वैश्विक समरसता का भारतीय दृष्टिकोण -श्री आरिफ मोहम्मद खान
विकसित भारत 2047: सतत विकास की रूपरेखा- ले.ज. श्री गुरमीत सिंह
पलायन समस्या से समाधान तक : श्री एसएस नेगी
प्रो. सुरेखा डंगवाल, कुलपति, दून विश्वविद्यालय का स्वागत उद्बोधन।