Bhakti Sparsh
॥ भगवान चन्द्र ॥
॥ भगवान बुध स्तोत्रम् ॥
॥ भगवान शनि स्तोत्रम् ॥
॥ भगवान सूर्य स्तोत्रम् ॥
॥ अन्नपूर्णा माता स्तोत्रम् ॥ Annapurna Mata Stotram
॥ तुलसी माता स्तोत्रम् ॥ Tulasi Mata Stotram
॥ श्री गणपति स्तोत्रम् ॥
॥ श्री गणपत्यथर्वशीर्षम् स्तोत्रम् ॥
॥ ऋणमोचन मङ्गल स्तोत्र ॥
॥ श्री सङ्कटनाशन गणेश स्तोत्रम् ॥
ऋणमुक्ति श्री गणेश स्तोत्रम्
॥ ऋणहर्ता श्री गणेश स्तोत्रम् ॥
॥ अथ वेदोक्तं रात्रिसूक्तम् ॥
॥ अथ तन्त्रोक्तं रात्रिसूक्तम् ॥
॥ अथ कीलकम् ॥
॥ नवदुर्गा स्तोत्रम् ॥
महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् अयि गिरिनन्दिनि नन्दितमेदिनि
॥ भगवती माता स्तोत्रम् ॥
॥ विन्ध्येश्वरी माता स्तोत्रम् ॥
ॐ नमो हेरम्ब मदमोहित मम सङ्कटान् निवारय निवारय स्वाहा॥
गं क्षिप्रप्रसादनाय नमः॥
ॐ गं गणपतये नमः॥
ॐ भूर्भुवः स्वः। तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि। धियो यो नः प्रचोदयात्
ॐ वक्रतुण्डाय हुम्॥
श्री वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटी समप्रभा। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्व कार्येशु सर्वदा॥
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं गं गणपतये वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा॥
ॐ गणेश ऋणं छिन्धि वरेण्यं हुं नमः फट्॥
ॐ एकदन्ताय विद्महे
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं गं गणपतये
ॐ श्रीं गं सौभाग्य गणपतये।