GYAN VS AGYAN
बंदीछोड सतगुरु रामपाल जी महाराज की जय हो !
आध्यात्मिक अज्ञानता, जो कि लोकवेद यानी कि सुनी सुनाई बातों पर आधारित हो गई है, को शास्त्रों के आधार पर तथा यथा सम्भव शास्त्रों से प्रमाण देकर, दूर करके सही शास्त्रानुसार भक्ति मार्ग बताना और तत्वज्ञान देना, इस चैनल का उद्देश्य है। यह सारा ज्ञान आपको संत रामपाल जी महाराज सतलोक आश्रम बरबाला,जिला-हिसार,राज्य-हरियाणा,देश-भारत से प्राप्त ज्ञान के आधार पर दिया जा रहा है। इस में मुझ दास का काम तो अलग-अलग टौपिकस पर ज्ञान को छांट कर आपके सामने प्रस्तुत करना है। संत रामपाल जी महाराज एक तत्वदर्शी संत हैं। उनके ज्ञान में ज़रा सी भी कमी नहीं है। यदि मुझ दास से उनके ज्ञान को आपके सामने प्रस्तुत करने में कोई कमी रहती है तो दास क्षमा का याचक है।
सत साहेब जी !
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नूरी मन और खाखी मन अर्थात परमात्मा और शैतान की जानकारी। संत रामपाल जी महाराज।
यह माटी का महल है, छार मिलै छण माहीं । चार सख्श कांधे धरैं, फिर मरघट को ले जाहीं ।।
संसारी में आन कर, कहा किया रे मूढ़ ।सूए सिंभल सेइया, लागे डोडे डूंड़ ।।
पाप कर्मों रूपी बुखार को उतारने की श्रेष्ठ व एकाएक विधि। Sant Rampal Ji Maharaj
अस्थि चाम रंग रोम सब, किसने कीन्हा गूद।उदर बीच पोषण किया, बिन जननी के दूध।।
तुम कौन राम का करते जापम। ताते कटे न तीनों तापम।। Kiya Apko TeenoTap NiwaranHare Prabhu Ko Jante Ho?
समझ खेलो रे सौधा वणज, समझ खेलो रे...अर्थात अन्य वणजों की तरह भक्ति मार्ग भी प्रथम समझना अनिवार्य है।
चीन्हों सत शब्द निबेड़ा है,ऐंठा ऐंठी करते प्राणी ..., चारवेद और पुराणअठारह येतो उजड़झेरा है.
अर्थार्थी,आर्त,जिज्ञासु और ज्ञानी आत्माओं में से ज्ञानी सर्वश्रेष्ठ हैं, सतगुरु के बिना मोक्ष नहीं।
न. माम्, दुष्कृतिन:, मूढाः, प्रपद्यन्ते, नराधमा:, मायया, अपहृतज्ञानाः, आसुरम्, भावम्, आश्रिताः ।
ब्रह्माजी, विष्णुजी, शिवजी तीनों देवताओं में क्रमश: तीन गुण रजगुण, सतगुण और तमगुण हैं। प्रमाण सहित।
सुखदेव ने चौरासी भुक्ती, बनिया पजावा-खर वो । तेरी क्या बुनियाद प्राणी,तूं पैंडा पंथ पकड़ वो ।।
सुपच सुदर्शन नामक परमात्मा के शिष्य ने पांडवों के अश्वमेघ यज्ञ को संपूर्ण किया। गरीब दास जी की वाणी।
ब्रह्माजी, विष्णुजी, शिवजी, ब्राह्मणों, ऋषियों और दुर्गा जी तक सभी के ज्ञान की प्रमाण सहित जानकारी।
श्री कृष्ण जी ने शरीर कैसे छोड़ा तथा अंत में पाँडवों को क्या संदेश व आदेश दिया ?
श्री कृष्ण जी की कुल अर्थात यादव कुल का विनाश कैसे और क्यों हुआ? Sant Rampal Ji Maharaj
क्या महाभारत की लड़ाई में मानव हत्या का पांडवों को पाप लगा या नहीं?
काल,ब्रह्म,महाशिव एक ही हैं/ श्री मद्भागवत गीता जी व शिव पुराण में अपनी भक्ति का मंत्र भी बता रखा है
यदि श्रीमद्भागवत गीताजी का ज्ञान श्रीकृष्ण जी ने बोलाथा, तोवे उस ज्ञानको भूल क्यों गएथे? विचार करें।
विष्णु पुराण में प्रमाण/काल ब्रह्म जीवों में भूत की तरह प्रवेश करके अपना कार्य सिद्ध करवाता है।
श्रीमद्भागवत गीता जी का ज्ञान बोलने वाला प्रभु कौन है? Who had spoken "Shri Mad Bhagwat Gita" Ji?
किन किन को मिले परमात्मा / Kin Kin Ko Mile Parmatma
परमात्मा सतलोक से चल कर स्वयं तत्वज्ञान देने आता है या अपना नुमाइंदा भेजता है।/ संत रामपाल जी महाराज
प्रमात्मा सतलोक से चल कर आता है। आकर अपनी पुण्य आत्माओं को मिलता है।
संत रामपाल जी महाराज के ज्ञान का वेद समर्थन करते हैं। संत गरीब दास जी की लिखित वेदों से मेल खाती है।
संत गरीब दास जी महाराज द्वारा सद्ग्रंथ साहिब जी की उत्पत्ति। Sant Rampal Ji Maharaj
मैं तो दे दी है, बालम गूंगे नूं।... /शब्द की व्याख्या संत रामपाल जी महाराज द्वारा/
संत गरीब दास जी महाराज को परमात्मा का मिलन/When God met Grib Das Ji Maharaj/ Sant Rampal Ji Maharaj
निरबांन निरंजन चीन्हि भईया, दुःख दालिद्र मोक्ष करै कर्त्ता। गर्भबास मिटे निज नाम रटै,../SantRampalJi
प्रमात्मा 625 वर्ष पूर्व अपने बच्चों को तत्वज्ञान देने के लिए स्वयं आए /Sant Rampal Ji Maharaj