रचना ध्यानी पहाड़ी 🥰
मेरी जन्म भूमि मेरू पहाड़ 🌲🌲 जय माँ ज्वाल्पा
मनरेगा का काम भी, और मजाक मस्ती भी 🤣🤣🤣🙏🙏🎉
पोखड़ा ब्लाक का सुंदर बाजार संगलाकोटी❤️❤️👍👍🙏👌❤️❤️❤️
आज मनाया दीदी जी का अवतरण दिवस ❤️❤️❤️💐💐👍🙏🙏
आज से लकड़ियां काटना शुरू 👍👍🙏🙏💐💐💐❤️❤️❤️
फिर से अपनी पहाड़ी दिनचर्या 👍👍💐💐❤️❤️❤️❤️
शुभ विवाह के बाद ,,,घर वापसी👍👍👍💖💖
शुभ विवाह 💖💖💖
पहाड़ी शादी की धूम 💖💖💖💖
बाघ का डर भी,लेकिन घास काटना भी जरूरी 👍👍🙏🙏❤️
अब पोखड़ा ब्लॉक गुलदार के चपेट में ,,डर से एक साथ जा रहे घास को 😱😱🙏🙏💐💐
इंटर कालेज देवराजखाल , में संस्कृत प्रतियोगिता 👍👍❤️❤️❤️
संस्कृत श्लोक प्रतियोगिता का हिस्सा ,मेरा छोटा बेटा, कार्तिक ध्यानी,🤗🤗🤗
राशन लेने गए साथ मिलकर ,, बाघ के डर से परेशान 😱😱🙏💐
हम पहाड़ियों के काम काज 😊😊😊🙏💐
एक से भले दो ,दो से चार😂😂😂😂😂🙏❤️
हमारा तो रोज का काम ,घास काटना 😆😆🤗🙏💐
दिन का भोजन आज ऊपर वाले गांव में 🤗🤗🙏💐💐
दरांती की धार को ऐसे किया जाता है तेज😆😆😆👍👍🙏💐
झाड़ियों के बीच हो सकता है बाघ😌😌😌💐🙏
साथियों का साथ जरूरी 🤗🤗😊💐💐💐🙏🙏
पुराने दिन याद आ जाएंगे 🤗🤗🙏🙏💐💐💐💐
बच्चे कर रहे आजकल मदद🤗🤗💐💐
चौबट्टाखाल से लाई दीदी जी महंगा झाड़ू😄😄😄😄
गहथ दाल की कुटाई 👍👍👍🙏🙏❤️❤️
आज निकाला सामुहिक अदरक 💖💖७किलो लगाया २५ किलो हुआ👍👍💐💐
घर से पोखड़ा💐💐🙏🙏
मेहनत और मेहनत का फल🥰🥰👍👍👍🙏🙏🙏
गांव की बुजुर्ग सासू जी का द्वादश ,,ॐ शांति 🙏🙏🙏🙏
काम काज के साथ साथ खेल भी जरूरी 😆😆😆
बच्चों को भी करनी पड़ रही आजकल मदद💖💖🙏🙏🙏🙏👍