RBS RAGNI CENTER
हरियाणवी रागनी प्रोग्राम असंध जिला करनाल
राजकिशन व रणबीर उपरातली, सै बनिए की जात पिया घूंट सबर ,तारा के किस्से अनसुनी रागनी,
April 5, 2022
कौरवों ने हुक्म सुनाया, राजकिशन जी वो साथी,
सदा जमाना याद करेगा कवि मेहरसिंह जाट तनै गायक रमेश कलावडिया
साधु सा घरबारी ना, राजकिशन जी व साथी, पंडित लखमीचंद जी
बाली शर्मा जी और नरेंद्र दादरी तोए का बहुत पुराना रंगकाट
31 तारीख साल 84, राजकिशन अगवानपुरिया व साथी, हरियाणवी रागनी
पंडित लख्मी चंद हिट रागनी, में गरीब आदमी निर्धन बन्दा
रोवे मतना जननी माता, राजकिशन अगवानपुरिया व साथी
मोटी मोटी आंख कटिली, राजकिशन अगवानपुरिया व साथी
हटज्या ने दुर पापण , राजकिशन अगवानपुरिया व साथी
बोहत देर होई चलते चलते, राजकिशन अगवानपुरिया व साथी,
लागी चोट बेठ गया खो के, राजकिशन अगवानपुरिया व साथी,
ईस लड़के ने पकड़ ल्यों भेद बता दु सारा, राजकिशन अगवानपुरिया व साथी, प. मांगे राम
आज्ञा लेके चाल पड़या, राजकिशन अगवानपुरिया व साथी
खुद राजा ते मिलना से ना और किसे ते काम भाई, राजकिशन अगवानपुरिया व साथी
दिखी या कोन खडी ओट मे किवाडी की, राजकिशन अगवानपुरिया व साथी
अमृतसर का राजा होके ऊच निच ख्याल नहीं, राजकिशन अगवानपुरिया व साथी
जेमल बेठया था कमरे मे, रमेश कलवडिया व साथी
तने कित की भहेली बोली शरीर का ब्योंत बिगडता आवे, राजकिशन अगवानपुरिया व साथी,
जब ठेहरुंगा तेरे पास मने वा लुकमा बात बतादे, राजकिशन अगवानपुरिया व साथी
दोनों हाथा के माह लेरी लोटा पानी का, राजकिशन जी व साथी, दादा लख्मीचन्द जी
यशोदा तेरा लाल मने पिटना पडें, राजकिशन जी व साथी
रोए मान घटे बनदे का, Roye maan ghate bande ka,रमेश कलावडिया जी की बेस्ट रागनी
सहम ना सताया करते ने दुसरे की जाई ने, राजकिशन अगवानपुरिया व साथी
स्वार्थ में संसार पडया और बिमारी कुछ ना , किस्सा महाभारत
दो गमछे नेन तेरे तिरछे नेन, लखमीचन्द जी ने क्या खुब लिखा है|
रागनी नल दमयनती(मेरा कोनसा डंग सुसराड जान का), व पुरनमल किस्से से सुपर हिट रागनी
Chote badde sabha main bethe sare, छोटे बडे सभा मे बेठे सारे,