satsang bhajan
राम दड़ी चोड़े में पड़ी ।
हर कोई खेलो आय ।।
बाजी लगी मैदान में ।
जीते सोइ ले जाय ।।
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गुरु ने सैन बताई समझ में मोड़ आई । Satsang bhajan ।। अमरपुरा आश्रम सत्संग । भजन वाणी सत्संग
मार्ग में भय घनेरा हेली लगंणा परले पार । भजन वाणी सत्संग ।। Satsang bhajan Rajasthani bhajan vani
बाबा रामनाथ जी महाराज कि वाणी ।। सत्संग भजन ।। निर्गुण भजन ।। राजस्थानी भजन । satsang bhajan
देखा अपने आप को मेरा दिल दिवाना हो गया । स्वामी अचलराम जी महाराज कि निर्गुण वाणी । Satsang bhajan
प्रवचन श्री राजुनाथ जी । लोग धन में सुख ढुंढते फिरते हैं । राजस्थानी सत्संग ।। pravachan Rajnath ji
बुल्लैशाह का चरखा भजन ।। तुं वेके चरखला कत नीं । भजन वाणी सत्संग ।। निर्गुण वाणी । Satsang bhajan
अमरपुरा आश्रम में सत्संग ।। सत्संग भजन वाणी ।। राजस्थानी मारवाड़ी भजन वाणी
ऐसा गुरु का देश । जो कोई शैल करे । यह ऐसी वाणी है जो आप को सोचने पर मजबुर कर देगी ।। Satsang bhajan
सुना है मेंने गुरु अपने काम ज्ञान ।। श्री भागदास जी ।। सत्संग भजन वाणी । निर्गुण वाणी
Satsang bhajan vani ।। श्री सतपाल जी ।। निर्गुण वाणी राजस्थानी सत्संग भजन
होकर घायल में घुयण लाग्यो । Satsang bhajan Vani ।। निर्गुण वाणी राजस्थानी सत्संग भजन वाणी
Satsang bhajan ।। शुन का महरम पाणा ।। निर्गुणी भजन वाणी सत्संग राजस्थानी सत्संग भजन
महाराज श्री रामनाथ जी कि वाणी ।। भजन वाणी सत्संग ।। निर्गुणी भजन ।। Satsang bhajan Vani
इश्क की आशिक जानणे बात ।। गायक समुद्र satsang bhajan राजस्थानी मारवाड़ी भजन वाणी
में रमतो जोगी अखै मंडल में डोलुं । राजस्थानी मारवाड़ी भजन वाणी सत्संग
Satsang pravachan श्री घनश्याम जी रूहिल
Satsang bhajan
Bhajan Vani ।। दैउं सिखर चढ हेलो निर्गुणी भजन ।। राजस्थानी मारवाड़ी भजन ।। सत्संग भजन वाणी
में पुरवियो पुर्व देश को बोली म्हारी लखै नहीं कोई । गायक श्री भागदास जी । Bhajan Vani satsang
Satsang bhajan ।। साधौ भाई गुरु गम आत्म चिन्या ।। भजन वाणी सत्संग । निर्गुणी भजन ।
तीर्थ करुं ना जप तप साधूं नहीं धरुं कोई ध्याना । Bhajan vani satsang । Chetavni bhajan
सत्संग प्रवचन ।श्री राजुनाथ जी । गुरु के बिना इस दुनियां में सच्चा साथी और कोई नहीं है । satsang
संगत करो निर्मल साध की भजन वाणी सत्संग
पिंड ब्रह्मांड वहां कुछ नाहीं ता घर सुरत समाणी । श्री भागदास जी । राजस्थानी मारवाड़ी सत्संग भजन वाणी
फकीरी निर्भय निरंतर जाण ।। गायक समुंद्र चेलासरी सत्संग भजन वाणी ।। राजस्थानी मारवाड़ी भजन वाणी
सत्संग भजन वाणी
मन रे सोई गुरु परम उधारा । श्री अचलराम जी महाराज की वाणी । गायक घनश्याम जी रुहिल । Satsang bhajan
गम बेगम के उपर कोई विरले संत की राही ।। श्री राजुनाथ जी । Satsang bhajan || भजन वाणी सत्संग
सत्संग भजन वाणी ।। श्री राजुनाथ जी ।। राजस्थानी मारवाड़ी भजन वाणी सत्संग ।। निर्गुण वाणी ।। भजन वाणी
सूरतगढ़ आश्रम बाबा रामनाथ जी महाराज की वाणी ।। डेरा मेघाना सत्संग ।। राजस्थानी मारवाड़ी भजन वाणी