Keshu Films
1947 को जब जब हमने पढ़ा या किसी से सुना तो जो कहानियाँ या जो बातें हमारे सामने आई वो सब झूठी और बेमानी निकली इन वीडियो के सामने, जिन वीडियो में वो बातें ये बुजुर्ग हमें सुना रहे है, तो सच्ची और पक्की बातें जो सही है 47 के बारे में वो यहीं है जो आप देख रहे है
और मैं हूँ आपका केशव महत्ता और प्यार से आप मुझे केशु मुल्तानी कहते है
Обязательно послушайте Мултани из моей Индии / Обязательно послушайте Сарайки из Пакистана
Те, кто уходят, никогда не возвращаются, мы скучаем по тем, кто уходит.
наш храм
Ядейн 1947
Что же будет с нашим раздробленным обществом? Потому что у нашей колесницы нет возничего.
Пакистанцы, пожалуйста, внимательно послушайте это видео, наш язык — это наша идентичность.
Напали 80 человек, 9 человек, включая моих родителей, были убиты.
Встреча столетия означает 100 лет
Это видео 1947 года для тебя, брат.
Тагор спросил Сахни, почему он, будучи пенджабцем, не пишет на пенджабском языке.
हमारे बुजुर्गों की याद में जो नहीं रहे हमारे बुजुर्गों की याद में जो नहीं रहे
हिंदुस्तान के सभी गांव तरक्की कर गए लेकिन पाकिस्तान के गांव आज भी वैसे के वैसे क्यों
हम किसी दूसरे देश से नहीं आये, देश के एक हिस्से से दूसरे हिस्से में हीआये
बुलंदी पर बैठे लोग,क्यों नहीं सुनाते अपनी सफलता की कहानी
जब 100 मुसलमां एक साथ हम पर टूट पड़े और रेलगाड़ी के तीन डब्बे हमारे सामने एक एक करके मार दिए गए
कुछ यादें जो भुलाई न जाये ((नन्द लाल ठकराल जो उस वक़्त16 साल के थे)
रूह कांप जाती है कत्लेआम की दास्ताँ सुनकर जो इनके साथ हुआ वो किसी के साथ दोबारा न हो
भाभी,झाई,बीजी झाई जी या बेबे,किस नाम से आप माँ को बुलाते है ?
JHANG
60 + वालों ने अपनी ज़बान संभाली हुई है लेकिन अगली पीढ़ी ?
मुल्तानी बोलने वालों/ न बोलने वालों दोनों सुन लो क्यों हमारी ज़बान दम तोड़ रही है MULTANI BOLNE WALON
जब मिल्खा सिंह ने मुझसे मुल्तानी में बात की /JAB MILKHA SINGH NE MUJHSE MULTANI ME BAAT KI
लीजिये हाज़िर है पार्ट 2 1947 के बाद फिल्मी दुनियाँ के पंजाबी पार्ट 2
हमारी तरह गुलज़ार भी नहीं भूले अपना घर,अपना गांव दीना,और झेलम
1947 से पहले फिल्मी दुनियाँ के पंजाबी /1947 के बाद फिल्मी दुनियाँ के पंजाबी
जाने वालों की याद आती है A-Tribute
कुरुक्षेत्र का शरणार्थी शिविर पंजाब हरियाणा का सबसे बड़ा शिविर था