Santosh Darakdar
मन लागो रे लागो रे
तुझको पुकारे मेरा प्यार
तुम जो मिल गएहो
आज पुरानी राहों से
करोगे याद तो गझल
बेखुदी का बड़ा सहारा है
जुबा पे दर्द भरीदास्ता रामाश्रयहोटल
पर्दा हैपर्दा रामाश्रय होटल
Chehra Hai ya Chand khila hai
कुछ ना कहो कुछ भी ना कहो
सोचेंगे तुम्हें प्यार करके नहीं
मैं कहीं कवि ना बन जाऊं गॉड गिफ्ट रेस्टोरेंट
सुहाना सफर
दर्पण कोदेखा
मेरे मन मंदिर में
जाने क्या सोचकर
सीने मेंजलन
मेरे नैना सावन भादो
तुम बिन जीवन कैसे बीता
राधिके तूने बंसरी चुराई
छम छम बाजे रे पायलिया
ये तो सच है की भगवान है
पोंछा,कर,अश्क,अपनी,आंखों,से
हे दुःख भंजन
आपके पहलू में आके
हाल क्या है दिलों का
जो गीत नही जन्मा
गीत गाता हूं मैं
होठों से छू लो तुम