उकाल - उंदार (गांव-पहाड़ दर्शन )
सभी को नमस्कार मेरा गांव पौड़ी गढ़वाल की तरफ है मेरा इस चैनल को बनाने का उद्देश्य है अपने पहाड़ की संस्कृति ,रीति रिवाज ,परंपराएं, खान पान पर्यावरण ,पलायन और अपनी और भी बातें जो पहाड़ों की शान है उनका संरक्षण करने के उद्देश्य से उनको दिखाना है कुछ नयी कुछ पुरानी बातें भी होंगी आप चैनल को अधिक से अधिक लाइक शेयर सब्सक्राइब करेंगे तो और अच्छी वीडियो बनाने का प्रयास करूंगा बीडियो आपको सुबह 7 से 10 बजें के बीच मिल जायेगी नेटवर्क प्रोब्लम पर समय में बदलाव हो सकता है धन्यवाद
ये जोड़ी गांव गांव जाकर खिलाती है जलेबी, जहां मर्जी वहीं लगा देते हैं भट्टी, सराहनीय कार्य रोजगार का
आदर्श गांव शीला,साग सब्जी बहुत यहां,हर कोई कुछ न कुछ कार्य करते दिखा, स्वावलंबी लोगों का गांव शीला
इस बोड़ी को बारम्बार प्रणाम,सीख लेने योग्य बातचीत,खाली मत रहो कुछ करो, शुद्ध खाओ सेहत बनाओ ।।
आबाद गांव कंदोली,साग सब्जी की मंडी यहां,लोग बहुत ही मिलनसार और मेहनती, ऐतिहासिक धरोहर भी ।।
उस समय सुविधाएं कम थी आज सबकुछ गांव में फिर भी पलायन,खूब घास काटा अच्छा खाया स्वस्थ रहे ।।
हमें गांव अच्छा लगता है,जंगली जानवरों से बचा लो ,खुंडोली गांव जयहरीखाल ब्लॉक की दीदी ।।
इस गांव की हर जगह चर्चा रौंत्यालू गांव खरका ।। खूबसूरत घाटी में स्थित,साग पात भी, हिन्दू संस्कृति ।।
थोड़ी सी मेहनत और पैसा ही पैसा, बोड़ा ने बताया करो कुछ ऐसा, शानदार स्वरोजगार बकरी पालन ,कंदोली गांव
आर्थिक रुप से सम्पन्न गांव,काफी पेंशनर यहां,खेती पाती चौपट यहां भी,प्रकृति के करीब बसा rural life !!
ऐतिहासिक रामलीला धारी पाली ।।बाली सुग्रीव का भयंकर युद्ध । सुन्दर प्रस्तुतियां गांव की रामलीला में
हनुमान जी ने दिये फल,बाली सुग्रीव युद्ध हुआ, गांव के कलाकार जबरदस्त अभिनय किया ।।
ताड़केश्वर देवता कू सुंदर भजन प्रस्तुति पहाड़ की मातृशक्ति ।।कन्दोली गांव जयहरीखाल ब्लॉक ।।
🙏इस रामलीला में कुछ खास है,हर कलाकार में जबरदस्त उत्साह है,रंगमंच के मंझे हुए खिलाड़ी यहां ।।
बगत बगत की बात छन अब क्या ब्वन,समय का दगड़ सब कुछ बदली जांदू,चौंडली गांव की बोड़ी से छ्वीं बथ ।।
भरत और दशरथ का इतना मार्मिक अभिनय कि दर्शकों के आंसू निकल गए😭पहाड़ी भुली बनी है भरत यहां ।।
हंसमुख बोड़ी की सीख देने वाली बातें, कुछ नयी कुछ पुरानी यादें,ओडल खुडोली जयहरीखाल गांव की बोड़ी ।।
युवा शक्ति और भक्ति का संगम पाली धारी की रामलीला, इतना खतरनाक परशुराम लक्ष्मण संवाद पहली बार देखा ।।
हमने अंग्रेजों का जमाना देखा है,अब तो बहुत कुछ बदल गया,आज प्यार प्रेम भी कम दिखता है ।।
जय श्री राम।। ऐतिहासिक रामलीला डाडामंडी ।। समापन समारोह की झांकी व भंडारा ।।मटियाली सिद्बबाबा ।।
पहाड़ी मुस्लिमों का एक अनोखा गांव।।यहां जाना आसान नहीं।।वीरान सुनसान जगह पर बसा हुआ ।। लोग शानदार ।।
पहाड़ी संस्कृति में रचे-बसे हम,बाड़ी झुंगारु पल्यो हमने भी खाया,मैतीकाटल दुगड्डा ब्लॉक के बोड़ा जी ।
संघर्ष की गाथा मेहनत के अलावा कुछ नहीं भाता, बोड़ी श्रीमती बसन्ती देवी जी चौंडली गांव दुगड्डा ब्लॉक
घाड़ क्षेत्र का जाना माना गांव मथाणा ,कण्वाश्रम पैदल मात्र 10 किमी दूर,खेती बाड़ी साग पात बहुत यहां
ऐतिहासिक रामलीला डाडामंडी पौड़ी गढ़वाल उत्तराखंड ।।सभी पात्रों ने खेली जबरदस्त रामलीला ।।
ऐसी रामलीला मंचन पहली बार देखा ।। सुंदर अभिनय के साथ युवा कलाकारों ने मंत्रमुग्ध कर दिया ।।
सुंदर रामलीला जमेली गांव की इतनी भीड़ कहीं नहीं देखी गांव की रामलीला में,हनुमान,रावण शानदार अभिनय ।।
बाल कलाकार कर रहे यहां शानदार अभिनय,132 साल पुरानी रामलीला,जमेली गांव द्वारीखाल ब्लॉक निकट डाडामंडी
आज पहुंचे दुगड्डा ब्लॉक में, जहां देखा ब्लॉक स्तरीय युवा महोत्सव,मातृशक्ति की रंगारंग प्रस्तुतियां !
इन लोगों ने तो कमाल ही कर दिया पहाड़ो को आबाद कर रहे हैं, लेकिन इनकी व्यथा कथा सुनकर खराब लगा !!
आज देखी शादी की घपारोल,खूब नाचे लोग, लड़बड़ी दाल भात खाया,बिमल भुला कू ब्यो डुंडेख गांव डाडामंडी !!