prem bhara satsang
जपुजी साहिब की 23 और 24 पौड़ी ।दादा बाबानी जी सत्संग।
धन धन प्यारे क्यों काहू।दादा बाबानी जी सत्संग।बाणी स्वामी जी महराज।
तेरे भले लिए काहू। बाणी स्वामी जी महराज।मांगा राम जी सत्संग।
सुख के साथी जगत में दुख में न कोई।दादू दयाल साहिब जी।सत्संग मांगा राम जी।
चादर मैली धो ले मनवा।बाणी पलटू साहिब जी।सत्संग मांगा राम जी।
पलटू गुरु गुण गाई यही तुम्हारे साथ।बाणी पलटू साहिब जी।सत्संग मांगा राम जी।
दरिया सतगुरु शब्द की लगी चोट।दरिया साहिब जी।सत्संग दादा मांगा राम जी।
अनुरागी जो जीव तीन प्रीत अब ऐसी कहूं।बाणी स्वामी जी महराज।सत्संग दादा मांगा राम जी।
सतगुरु शरण गहो मेरे प्यारे।बाणी स्वामी जी महराज।सत्संग दादा मांगा राम जी।
मूल मंतर एको संत नाम।जापजी साहिब।बाणी श्री गुरु नानक देव जी।सत्संग दादा बाबानी जी।
कर्म होवे ता सतगुरु पाइए।बाणी गुरु अमरदास जी।सत्संग कर्म सिंह जी।
सत्संग मन ।बाणी श्री गुरु नानक देव जी।सत्संग दादा बाबानी जी।
मोरी रूण झुन लाया।बाणी श्री गुरु नानक देव जी।सत्संग हरजीत सिंह जी।
जो तुध करणा सो कर पाइए। बाणी गुरु अमरदास जी।सत्संग दादा बाबानी जी।
बैरागी के लक्षण।बाणी कबीर साहिब जी।सत्संग मांगा राम जी।
राम गुरु पारस।बाणी श्री गुरु राम दास जी।दादा बाबानी जी सत्संग।
दिल का हुजारा साफ कर।बाणी तुलसी साहिब जी।सत्संग सोहन सिंह जी।
सोता मन कैसे जागे भाई। बाणी स्वामी जी महराज।दादा मांगा राम जी सत्संग।
प्रेमी सुनो प्रेम की बात।बाणी स्वामी जी महराज।दादा बाबानी जी सत्संग।
काम क्रोध पर निंदा।बाणी श्री गुरु नानक देव जी।सत्संग गुरचेतन सिंह जी।
पलटू गुरु गुण गाई लै ।यही तुम्हारे साथ।बाणी पलटू साहिब जी।सत्संग मांगा राम जी।
सतगुरु पूरा जे मिले।बाणी गुरु नानक देव जी।सत्संग तहसीलदार चरण सिंह जी।
सो कुछ हम से न भया जा पर रीझे नाम।दादू इस संसार में हम आए बे काम।
मात पिता गुरु सिख स्वामी।बाणी तुलसीदास जी।सत्संग दादा मांगा राम जी।
अल्फ अल्ला चुंबे दी बूटी ।बाणी हजरत सुल्तान बाहु जी।सत्संग दादा मांगा राम जी।
माया ठगनी जग ठगा।बाणी पलटू साहिब जी।दादा बाबानी जी सत्संग।
करूं बेंती दोऊ कर जोरी। बाणी पलटू साहिब जी। सत्संग हरजीत सिंह जी।
वाणी।सत्संग भगत बेनी जी। रे नर गर्भ कुंडल जब अजात।