परम वाणी
युगपुरुष महामंडलेश्वर स्वामी परमानंद गिरि जी महाराज एक प्रबुद्ध विद्वान, योग गुरु, शिक्षक, दार्शनिक, परामर्शदाता और आध्यात्मिक गुरु हैं। स्वामी जी के अनुयायी पूरी दुनिया में हैं। वे पहली बार अमेरिका आए थे जब उन्हें 2000 में संयुक्त राष्ट्र में आध्यात्मिक नेताओं के विश्व सहस्राब्दि शांति शिखर सम्मेलन को संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया गया था। अब वे उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका, कनाडा, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, यूरोप और एशिया के माध्यम से दुनिया भर में यात्रा करते हैं। वे लगातार शिक्षण, दर्शन देकर और दीक्षा के रूप में ज्ञान प्रदान करके अपना ज्ञान साझा कर रहे हैं, जो लोग इसे प्राप्त करने के लिए तैयार हैं उन्हें दिव्य गतिशील शक्ति प्रदान कर रहे हैं।
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आवश्यक सूचना
परम् पूज्य सदगुरुदेव की अमृतमयी वाणी को विस्तार से सुनने के लिए आप हमारे Akhand Param Dham... YOU TUBE CHANNEL को SUBSCRIBE कर के BELL ICON को जरूर दबा लें।
“सत्य वही जो अनुभव नहीं, अस्तित्व है” #paramvani /अवस्था झूठी है, सत्य तुम्हीं हो !
स्वास द्वारा राम नाम का सुमिरन कैसे करें ? #paramvani #swamiparmanand
“तीन अवस्थाएँ—एक चेतना। वही तुम हो।” #paramvani / “अवस्थाएँ क्षणिक; तुम नित्य।”
“जाग्रत हो या स्वप्न—दोनों का आधार तुम हो।#paramvani /“दिखने वाली हर चीज़ बदलती है—देखने वाला नहीं।”
“ब्रह्म बुद्धि ही सत्य का वास्तविक सूर्योदय” #paramvani /ब्रह्म-बुद्धि ही जीवन का वास्तविक जागरण है!
चैतन्य अनुभव करने का उपाय क्या है ? | #paramvani / “देखना, सुनना, जानना—सब छोड़ने पर भी तुम हो।”
देखो उसे जो दिखता नहीं...#paramvani / "दिखाई देने वाला बदलता है, अदृश्य ही शाश्वत है"
युगपुरुष की युग यात्रा l The journey of the era of the yugpurush...#swamiparmanand
"यज्ञ, कर्म, अक्षर और ब्रह्म/ #paramvani /"यज्ञ, अक्षर और ब्रह्म—तीनों एक ही चेतना के रूप"
“सत्य का स्मरण हो—तो जन्म और मृत्यु दोनों स्वप्न बन जाते हैं।” #paramvani
प्रकृति के जाल से कैसे बचें ? #paramvani /“सुख-दुःख को सत्य मानना ही बंधन है”
मैं देह हूँ — इस भ्रम को कैसे तोड़ें ?/#paramvani /“मैं कौन हूँ” की जागरूकता ही देह-भ्रम का अंत है।
“परमार्थ की दृष्टि से व्यवहार का संतुलन” #paramvani /“ज्ञानी के तीन नेत्र: व्यवहार, भक्ति, परमार्थ”
जीव, जगत और ब्रह्म का अद्वैत सम्बन्ध। #paramvani / "ब्रह्म एक, भेद केवल माया का"
“जगत सत्य जैसा—पर सत्य नहीं”/ #paramvani / “जगत अनुभव है, आधार नहीं—आधार केवल आत्मा है।”
सत्य को जानने की प्रक्रिया क्या है ? #paramvani /“मैं शरीर-मन नहीं, मैं शुद्ध चेतना हूँ।”
अज्ञान की निवृत्ति ही मुक्ति का उपाय है ! #paramvani /अज्ञान में अधूरापन है; ज्ञान में पूर्णता।
"ब्रह्म-विचार और जीवन-व्यवहार का संतुलन ! #paramvani /"आवश्यकता पूरी हो तो अध्यात्म पनपता है"
“मुक्ति दूर नहीं, बस सच्चे गुरु की दृष्टि चाहिए।” #paramvani /“गुरु की कृपा से ही ज्ञान का अनुभव।”
“सब जीवों में एक ही आत्मा है ! #paramvani / रूप भिन्न हैं, प्रकाश एक ही है।”
संत का अर्थ क्या है ? #paramvani / “संत वह है जो संसार में रहकर भी संसार से मुक्त है।”
"ब्रह्मै वेदं सर्वम्" कैसे जानें ? #paramvani /“मैं चैतन्य हूँ, साक्षी हूँ, ब्रह्म हूँ।”
जो कभी जगता - सोता नहीं वो कौन है ?/ #paramvani /“जागो उसमें जो कभी नहीं सोता”
सद्बुद्धि ही सबसे बड़ा धन है !#paramvani / धन क्षणिक है, सद्बुद्धि शाश्वत है !
मुक्ति पाने में श्रद्धा और भक्ति का महत्त्व !/ श्रद्धा भक्ति ध्यान योगान् मुमुक्षोः मुक्तिहेतवः।
मनुष्य देह ही ब्रह्मज्ञान का साधन है !/Param Vani/“देह में रहकर ब्रह्म का अनुभव ही सच्ची मुक्ति है”
विवेक और ज्ञान का अभिप्राय क्या है ?/Param Vani/“विवेक- दीपक है,... ज्ञान - सूर्योदय”
बिजली, बल्ब और साक्षी का रहस्य !/ Param Vani/ “बिजली की सत्ता, बल्ब का प्रकाश और साक्षी का मौन”
“द्वैत ही सब विकारों की जड़ है।”/ Param Vani/ “अद्वैत में ही शांति है”!
“एकमेवाद्वितीयं ब्रह्म” / Param Vani / "सत्य एक है, दूसरा कोई नहीं"...