Sabhi par bichar

मैं राष्ट्रीय युवा सहस्त्र क्रांतिकारी प्रवक्ता श्री अमित जी
मैंने पिछले कुछ समय बिते अपने जीवन जिंदगी में बहुत कुछ शिखा और मैंने मैट्रिक पढ़ाई के साथ साथ मूर्तिकला पेंटिंग कला चित्रकला अनेक कला मैंने अपने जीवन में शिखा और काम भी किया अगर मैं चाहता तो मैं अपनी जीवन जिंदगी को अच्छी से गुजार लेता पर मैंने वैसा कुछ भी नहीं किया मैंने सोचा पैसे को कमाना बड़ी बात नहीं बल्कि धर्म को पुरानी संस्कृति को राष्ट्र को बचाना सबसे बड़ी बात है कुछ वर्षों तक मैंने कथा वाचने का भी काम किया उससे भी कुछ लाभ नहीं हुआ समाज में जागृत पैदा नहीं हुआ तो फिर मैंने उनका भी त्याग कर दिया और फिर मैं सहस्त्र क्रांतिकारी बन गया मैंने सोचा जीवन गुजरने से पहले राष्ट्र के हित में कुछ करके जाऊं आजादी के दीवाने जिन्होंने देश की आजादी में फांसी फंदे पर चढ़ गए और जिस मकसद से फांसी पर चढ़ा उस मकसद को आज भी पूरा नहीं किया गया तो उन्हीं के नाते उनका मकसद उन वीरों की स्वप्न को जागृत करने के लिए मैं सहस्त्र क्रांतिकारी का संकल्प लिया हूँ उन वीरों की स्वप्न को जागृत करके ही मैं अपना दम तोडूंगा इंकलाब जिंदाबाद🚩💯%