Nathuram Gotal
इक बंजारा गाये जीवन के .............
ना जा कही अब ना जा दिल ..............
कुछ तो लोग कहेंगे ................
आने से उसके आये बहार ...............
चांद सी मेहबूबा हो मेरी ..............
छुकर मेरे मन को किया ..............
चांदी कि दिवार न तोडी प्यार ..............
राम करे ऐसा हो जाये ............
जनम जनम का साथ है .............
मै शायर बदनाम ................
हे नीले गगन के तले ............
जिंदगी के सफर में गुजर जाते है .............
ओह रे ताल मिले नदी के ...........
पत्थर के सनम .............
ओ मेहबूबा ओ मेहबूबा ...............
आये तुम याद मुझे ...........
जो राह चुनी तुने
मेरे सपनो कीं रानी कब ................
जब जब बहार आयी ...............
मै तो चला जिधर चले रस्ता .............
मेरे दिल में आज क्या है ...............
आजा रे आ जरा लेहराके आ जरा ..............
ओ शाम कुछ अजिब थी ..........
कभी होती नही है जिसकी हार ........
संसार कि हर शय का .................
तुम कितनी खूबसूरत हो ...
तेरी दुनिया से हो के मजबूर .................
तेरा मुझसे है पेहले का ...............
ओ मेरे दिल के चैन ....................