शिव नंदी
सनातन धर्म हमें प्रत्येक वस्तु, व्यक्ति में परमात्मा का दर्शन करने की शिक्षा देता है। सनातन धर्म हमें यही सिखाता है। सच्चे हृदय से पश्चाताप करें, तो प्रत्येक पापी के लिए मुक्ति की संभावना है। गलतियां करें, तब भी सच्चे मन से कोशिश करें कि फिर उन्हें न दोहराएं।
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श्रीकृष्ण की दिव्य बाल लीलाओं का वर्णन | Indresh Upadhyay ji | Shivnandi
साथ तो भगवान ही देते हैं | Jaya Kishori Ji | Katha | SHIVNANDI
प्रेम मुदित मन से कहो राम राम | AVDESHANAND GIRI JI MAHARAJ | Shivnandi
श्री राम जय राम जय जय राम | Sankat Mochan Sarkar Bhajan | Shiv Nandi
सबको अपने कर्मों का पता है, तभी गंगा जी में डुबकी लगाते है | Jaya Kishori Ji | Katha | SHIVNANDI
जीवन में कठिनाई कब आ सकती है ? | AVDESHANAND GIRI JI MAHARAJ | Shivnandi
नाचे नन्दलाल, नचावे हरि की मईआ | Indresh Upadhyay ji ke Bhajan | Shivnandi
धन खुशियाँ नहीं देता, सिर्फ़ सुविधाएँ देता है | Jaya Kishori Ji | Katha | SHIVNANDI
हर मंत्र कल्याणकारी हैं | AVDESHANAND GIRI JI MAHARAJ | Shivnandi
ओ पापी मन कर ले भजन | Sankat Mochan Sarkar Bhajan | Shiv Nandi
आपका शरीर साथ नहीं देता, तो दूसरों से शिकायत क्यों करते हो | Jaya Kishori Ji | Katha | SHIVNANDI
यदि संत जीवन में आ जाएँ, तो मानिए भगवान ने ही भेजे हैं | AVDESHANAND GIRI JI MAHARAJ | Shivnandi
प्रेम और आकर्षण में क्या अंतर है ? | Indresh Upadhyay ji | Shivnandi
मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है | Jaya Kishori Ji ka Bhajan | SHIVNANDI |
मनुष्य क्या चाहता है ? | AVDESHANAND GIRI JI MAHARAJ | Shivnandi
कलियुग में धर्म किसकी शरण में है ? | Sankat Mochan Sarkar | Shiv Nandi |
ध्रुव जी और राजा उत्तानपाद एक अद्भुत कथा | Jaya Kishori Ji | Katha | SHIVNANDI
विज्ञान ने हमें साधनों के साथ- साथ अंतहीन संतोष भी दिया हैं| AVDESHANAND GIRI JI MAHARAJ | Shivnandi
जो इन दो रत्नों को रोज़ प्रणाम करेगा, उसके सारे दुख मिट जाएँगे | Indresh Upadhyay ji | Shivnandi
श्री राधे गोविंदा, मन भज ले हरी का प्यारा नाम है | Jaya Kishori Ji ka Bhajan | SHIVNANDI |
हर व्यक्ति प्रधान होना चाहता है | AVDESHANAND GIRI JI MAHARAJ | Shivnandi
अभिमान ही हमारा सर्वनाश करता है | Sankat Mochan Sarkar | Shiv Nandi |
पूजा कोई नहीं करना चाहता, लेकिन फायदा सबको चाहिए | Jaya Kishori Ji | Katha | SHIVNANDI
ज्ञान क्या है ? | AVDESHANAND GIRI JI MAHARAJ | Shivnandi
कैसे प्रेत किसी के ऊपर हावी होते हैं? | Indresh Upadhyay ji ke Parvachan | Krishna Katha | Shivnandi
ज्ञान सुनने वाले कलियुग में ज़्यादा क्यों नहीं हैं | Jaya Kishori Ji | Katha | SHIVNANDI
जब तत्त्व का ज्ञान होता है, संसार लुप्त हो जाता है | AVDESHANAND GIRI JI MAHARAJ | Shivnandi
राम कहानी सुनो रे राम कहानी | Sankat Mochan Sarkar Bhajan | Shiv Nandi
जय किशोरी जी का भजन जो दिल को शांति दे | Jaya Kishori Ji | Bhajan | SHIVNANDI |
माया क्या है ? | AVDESHANAND GIRI JI MAHARAJ | Shivnandi