मूलज्ञान कबीर साहेब
दोस्तो नमस्ते,आप सभी से प्रार्थना करते हैं, सभी साथी चैनल को सब्सक्राइब करें, वीडियो को अपना प्यार दे लाइक करें कमेंट करें, ताकि ज्यादा से ज्यादा वीडियो हम बना सकें, https://youtube.com/@GANGARAM-ur6lx. सत्य के खोजी जीव हंसो के लिए जरुरी संदेश कलियुग में पहली बार परमात्मा के असली गुप्त ज्ञान का खुलासा किया जा रहा है।आज तक जितने भी संतो ने परमात्मा कि महिमा गाई है वो सबपवित्र ज्ञान कहलाई लेकिन अब आपको मूल ज्ञान का भैद बतानेके लिए नितिन साहिब जी ने सत्य का डंका पूरे विशव में बजा दिया है
किसी भी 52 अक्षरी नाम को जपने से जीव कि मुक्ति नही होती है।जोत निरंजन, ओंकार, रारंकार, सोहमु्, सतनाम या सतपुरुष,अकल्मुरत, शब्द स्वरूपी राम या ॐ कलियम हरियम, श्रीयम,सोहम् सत्यम या हरे राम हरे कृष्णा, कबीर कबीर वाहेगुरुसतसाहेब,
हलेलुझ्या अल्लाहु आदि सब नाम इंसानों द्वारा बनाये गए है।
ये सब बनावटी नाम है परमात्मा का असली नाम आक्षरों से न्यारा है।
सोई गुरु पूरा कहावे दो अक्षर का भेद बतावे
एक छुडावे एक लाखवे तब प्राणी निज घर को जावे
जाप मरे अजपा मरे अनहद भी मर जावे
सूरत समावे शब्द में वाको काल न खावे
शाजापुर(मध्यप्रदेश)साधो सहज समदि लागै,सहजै मिलै प्रभू सोय।कहै कबीर अनुभव करे,मिले न शब्दन होय#लाइव
सतगुरु घीसा साहिब जी के शिष्यों से ज्ञान चर्चा|परमात्मा का असली स्वरूप क्या है#नितिनसाहिब#कबीरसाहिब
यमुनानगर(हरियाणा)जा दिन तुम जागे नहीं,सोई दिन गए खोय।औरन को जागाते फिरो,स्वयं सुषुप्त न होय#नितिन जी
मेरठ लाइव मूलज्ञान नितिन साहिब संगत कीजे साधु की, हारे और जिंस्यै,संगत कीजे मूर्ख की,आख़िर होए पछताय
सब जग सूता नींद भर,कबीर जागे दास।राम नाम की सुरति (स्मृति) लगी,पूरण ब्रह्म के पास/ नितिन दास सत्संग
अहमदाबाद सत्संग नितिन साहिब |अंधे जग को क्या कहूँ,कोई न सुनी पुकार।मन में जागत नहीं कोई,सोवत संसार!
सनोली मूल ज्ञान सत्संग||तीन लोक का ताज है,संतन की निगाह।जिस पर कृपा करैं संत,सोई होय निरवाह#नितिन जी
उज्जैन मूल ज्ञान सत्संग√ नितिन दास जी महाराज|| गुप्त रहस्य आत्मा का|भेदी सतगुरु बताते है#नितिनसाहिब
जिस मरने सेजग डरे,मेरे मन आनंद कब मरिहों,कब पाइहों, पूर्ण परमानंद|नितिन दास के सत्संग#कबीरसाहिब#लाइव
जो जाने जीव आपना, करहीं जीव का सार। जीवा ऐसा पाहौना, मिले न दीजी बार।। #kabirsahib#nitinsahib#satnam
नितिन दास जी महाराज सत्संग लुधियाना|सच्चा सतगुरू मिले तो|हम कभी मरते नहीं अमर हो जाते है #नितिनसाहिब
आछे / पाछे दिन पाछे गए हरी से किया न हेत ।अब पछताए होत क्या, चिडिया चुग गई खेत#कबीरसाहिब#tranding
साँच बराबर तप नहीं, झूठ बराबर पाप। जाके हिरदय साँच है, ताके हिरदय आप।#कबीरसाहिब #नितिनसाहिब#शब्दरूप
(दिल्ली सत्संग)माला तो कर में फिरे,जीभि फिरे मुख माँहि। मनुवाँ तो दहुँ दिसि फिरे,यह तौ सुमिरन नाहिं
सिलीगुड़ी मूलज्ञान सत्संग ||कबीर,जो जाने जीव अपना,कर हीं जीव का सार।जीवा ऐसा पाहौना,मिले न दीजी बार|
लाखों में कोइ समझ न पई हो ,कोटि मध्य जानेंगे कह कबीर सुनो भाई साहब हमें बिरले हंस पहचानेगे#सोमनाथ
काल करे सो आज कर,आज करे सो अब।पल में परलय होएगी, बहुरि करेगा कब#कबीरसाहिब #नितिनसाहिब
रात गंवाई सोय के, दिवस गंवाया खाय ।हीरा जन्म अमोल सा, कोड़ी बदले जाय ॥#nitinsahib#kabirvani#satguru
अहमदाबाद सत्संग|लूट सके तो लूट ले,राम नाम की लूट।पाछे फिर पछ्ताओगे,प्राण जाहि जब छूट#नितिनसाहिब
जीव आत्मा शरीर को कैसे चला रही हैं✓ तन घट मन घट आत्म घट , परमात्मा का वास कहां पे है #नितिनसाहिब
कबीर तन पंछी भया, जहां मन तहां उडी जाइ।जो जैसी,संगती कर, सो तैसा ही फल पाइ#nitinsahib #kabirsahebji
छीर रूप सतनाम है,नीर रूप व्यवहार।हंस रूप कोई साधु है, सत का छाननहार#विशेष सत्संग नितिन साहिब जी
शब्द का अनुभव नहीं हो रहा|जाने सतगुरू नितिन साहिब जी महाराज से#शब्द बिना सूरत आद्री कहो कहा को जाएं
संत समागम {मधुबनी बिहार} मूलज्ञान सत्संग नितिन साहिब जी || सत्य की खोज #कबीरसाहिब#नितिनसाहिब#सतनाम
मूल ज्ञान सत्संग(अंबाला हरियाणा)नितिन साहिब ने लाइव| सत्पुरुष को जानो|एक सत्य को जान के बाकी दे भहाय
जीवन में मरना बला जो मरी जाने कोई|| मरना पहले जो मरे अजर अमर हो जाए #नितिनदास #कबीरसाहिब #अनमोल #वचन
साधु भूखा भाव का धन के भूखा नहि|| धन का भूखा जो फिरे वो साधु नहि#कबीरसाहिब#नितिनसहिब #सत्संग #सतलोक
क्या हम यहाँ बड़ी बड़ी फैक्टरी/ धन दौलत/ऊंचे ऊंचे मकान बनाने आए है ||करने क्या आए है यहां# जानते है
पहली दीक्षा में 52 अक्षरों वाला नाम क्यों देते है|नितिन साहिब जी महाराज#इन से क्या होता है#कबीरसाहिब