काव्य अमृत कलश
Hello Friends
I have exactly 1080 subscribers, can you increase this number,
Welcome to My Channel ✍ Navya Ek Nanhi Chidiyan ✍
I'm ALKA, the Host and Author of this Channel•
Please watch our videos & share your comments with us and must subscribe to My Channel and share it with your near and dear•
🙏 धन्यवाद 🙏 ✍✍✍
कैसी आएगी बहू। (अलका आर्या)
उसका पति पीता है शराब को समझकर पानी। (अलका आर्या)
मेरे पांव को मेरा हीं हाथ खींचता है। (अलका आर्या)
जिंदगी किसी एक की दीवानी नहीं। (अलका आर्या)
दोनों ने एक दूसरे को नापसंद किया। (अलका आर्या)
तीन बहनों का विवाह। (अलका आर्या)
समय आ गया है फिर से चेतो। (अलका आर्या)
मां तुम्हारे ही तो नाम है सारे (अलका आर्या)
सहस्त्र वर्षों का संघर्ष। (अलका आर्या)
जिसे दुपट्टे से हर बार मां ढका करती थी। (अलका आर्या)
मां को बच्चों संग बच्चा बनकर बढ़ना पड़ता है। (अलका आर्या)
क्या थे हम और क्या हो गए हैं। (अलका आर्या)
पांचाल देश की राजकुमारी। (अलका आर्या)
अपने आप को किसी का दास बनाना क्यों ? (अलका आर्या)
हिंदू धर्म ग्रंथ🚩 (अलका आर्या)
बिल्ली बनी भय की रानी।🙀 (अलका आर्या)
बचपन की वो नींद। (अलका आर्या)
छल गई बहन बहन को (अलका आर्या)
पिता विहीन व्यथा। (अलका आर्या)
सुनो मेरे मालिक, सुनो मेरे दाता तेरे बिन मिट जाएगी मेरी गाथा। (अलका आर्या)
विवाह की अग्नि थोड़ी गर्म-सी लगती है (अलका आर्या)