Shree Kundkund Nagar Sonagir
सादर शुद्धात्म वंदन
ये बताते हुवे बहुत ही हर्ष हो रहा है- कि अब आप सभी को सोनागिर व कुन्दकुन्द नगर में संचालित सभी गतिविधियों से संबंधित जानकारी आप को इस चैनल के द्वारा प्राप्त होगी । साथ ही समय समय पर अनेकों विद्वानों के व्याख्यान का लाभ भी मिलेगा ।
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Copy of 01. द्रव्यदृष्टि प्रकाश, बोल नं. 700 पर ब्र. श्रेणिक जी जबलपुर के प्रवचन
03. द्रव्य-गुण-पर्याय : पंडित विपिन शास्त्री, नागपुर
धर्म क्यों करे ? युवाओं के लिए विशेष उद्बोधन - पंडित गौरव शास्त्री, इंदौर
02. विश्व व्यवस्था : पंडित विपिन शास्त्री, नागपुर
04. निश्चय - व्यवहार स्वरुप - पंडित अनुभव जैन करेली
03. द्रव्य-गुण-पर्याय - विदुषी स्वानुभूति जैन मुम्बई
03. स्वयमेव जगत परिणमन : पंडित अनुभव जैन करेली
जिनधर्म की अहिंसा वैज्ञानिक दृष्ठि से - वैज्ञानिक श्री राजमल जैन
01. विश्व व्यवस्था (वैज्ञानिक दृष्ठि से) : विदुषी स्वानुभूति जैन शास्त्री, दिल्ली
02. कर्म सिद्धांत(बंध-मुक्ति की अपेक्षा) : पंडित अनुभव जी शास्त्री करेली
01. होता स्वयं जगत परिणाम : पंडित अनुभव जी शास्त्री करेली
2025 09 06 08 31 34
2025 09 05 09 09 51
04.उत्तम सत्य धर्म : श्री जिनेन्द्र प्रक्षाल, पूजन एवं दशलक्षण विधान
उत्तम मार्दव धर्म - श्री जिनेन्द्र प्रक्षाल एवं दशलक्षण विधान
01. डॉ. दीपक जी जयपुर - तत्त्वार्थसूत्र जी - प्रथम अध्याय
01. उत्तम क्षमा धर्म पर डॉ. दीपक जी जयपुर के प्रवचन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम
भजन: मनहर तेरी मूरतिया - स्वर : श्री वसंत कुमार जी बड़जात्या, सोनागिर (ग्वालियर)
भजन: अगर जिन देव के चरणों में ... स्वर: श्री वसंत कुमार जी बड़जात्या, सोनागिर (ग्वालियर)
भजन: पारस नाम मेरे प्रभु का ... स्वर: श्री वसंत कुमार जी बड़जात्या, सोनागिर (ग्वालियर)
भजन: मैं पड़ा शरण में तेरी ... स्वर: श्री वसंत कुमार जी बड़जात्या, सोनागिर (ग्वालियर)
भजन: मैं क्या मांगू भगवान..? स्वर: श्री वसंत कुमार जी बड़जात्या, सोनागिर (ग्वालियर)
भजन : तुम पाप कभी ना करियो रे - स्वर: श्री वसंत कुमार जी बड़जात्या, सोनागिर (ग्वालियर)
भजन : जिया कुछ तो सोच विचार....- स्वर श्री वसंत कुमार जी बड़जात्या, सोनागिर (ग्वालियर)
भजन : इस सरांय के बीच मुसाफिर - स्वर श्री वसंत कुमार जी बड़जात्या, सोनागिर (ग्वालियर)
भजन : सारा पुण्य-पाप का खेल,जगत में देखो - स्वर श्री वसंत कुमार जी बड़जात्या, सोनागिर (ग्वालियर)
भजन : कुंदकुंद की वाणी से,ज्ञानामृत बरसे रे ...स्वर श्री वसंत कुमार जी बड़जात्या, सोनागिर (ग्वालियर)
प्रवचन-श्री समयसार जी कलश 22 : पंडित-लालजीराम जी जैन,विदिशा- दिनांक ३ दिसंबर २०१० (सोनागिर जी)