Sai Leela Rahasya
।।ॐ साई राम।।
साई के हृदय की तडप को हर हृदय तक पहुँचाना ही इस चैनल का एकमेव मकसद है!
ये श्री साईसच्चरित एक अनोखा, गूढ और रहस्यमय ग्रंथ है, जिसमे बाबा की जीवनी के साथ कई लीलाए दर्ज है |
ये लीलाए असल में केवल लीलाए न होकर, केवल चमत्कार न होकर, हर लीला मे एक बोधकथा छुपी हुई है, जिसपर हमारी साधारणतः नजर नही जाती |
हर लीला और बाबा के वचन के पीछे की गहराई और उसमे छिपी हुई बोधकथा को आप तक पहुँचाना ही इस चैनल का मकसद है | उम्मीद है हर बोधकथा आपके हृदय में जगह बना ही लेगी |
हम आभारी है...
1) श्री महेंद्र पांचाल, जिनके चित्र हमें भावविभोर करती है
और इनके अलावा हमने जिन-जिनका भी संगीत, चित्र,
या व्हिडिओ लिये है, हम उन सभी के ऋणी है |
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ग्रंथराज श्री साई सच्चरित का जयकारा
साई की दादागिरी
कहानी वैसा ना होकर ऐसा होता तो ?
पंथाभिमान और धर्माभिमान परमार्थ के मार्ग में कितने भयानक है ?
माँ लक्ष्मी सरस्वती को सिर्फ १ दिन पर माँ दुर्गा को ९ दिन ऐसा क्यो ? | By Krishnaji
साई ही तो है जिसने "गुरु" शब्द को अर्थ दिया ! - By Krishnaji
साईबाबा द्वारा नवविधा भक्ती की सच्ची व्याख्या - By Krishnaji
साई दरबार मे वेषधारी संन्यासी
साई से बढ़कर सद्गुरू कौन ! - By Krishnaji
स्वयं साईके आचरण से निष्काम कर्मयोग की शिक्षा | By Krishnaji
स्वयं साई वाणी विष्णुसहस्त्रनाम की गहराई
एक झोली में फूल भरे है, एक झोली में कांटे... "भावार्थ "
स्तवन मंजरी का परम रहस्य पहली बार
स्वयं साई को अपना ऋणी कैसे बनाये ?
साई से नफरत करने वाले भी परम भाग्यशाली है ।
मावशी बाई की नेवासकर (सेवा) /Mavshi Bai or Nevaskar (Seva)
मेघा त्रिशुळ शिवलिंग रहस्य
इमान से ही विमान
मोह नहीं, प्रेम
आत्महत्या नही आत्मनिवेदन
अनोखा शयन साई बाबा का
मिटने की मिठास (हाजी सिध्दीक फालके)
कथा पुंडलिकराव की
अनंतराव पाटणकर जी की नवविधा भक्ती
सही साधना सही समय पर !
"ना कुछ से... सबकुछ" (सपटनेकर की बोध कथा) / साईभक्त सपटनेकरांची बोधकथा
सत्पुरुष और महापुरुष में क्या अंतर हैं? / Difference between Satpurush and Mahapurush.
ईशावास्य उपनिषद सार - साई वाणी
एक नर ही नारायण बनकर अवतार लेते है
त्रिगुण क्या है ? तमोगुण रजोगुण सत्त्वगुण