Bhav Bhakti
राजकिशोर त्रिपाठी
मो- 9219845827
शरणागति केवल कहने से नहीं होती।कुछ नियम है उनको जानना बहुत जरूरी है।क्या लाभ हैं।
इस पूरी धरती पर सबसे बड़ा तीर्थ कौन सा है।हम भटकते रहते है इस सच्ची घटना को अवश्य सुनें।
आज के समय में दान देने की हालत क्या है।जो लो दान देते है बहुत ध्यान से सुनें।
किसी भी मंत्र को जपने में सावधानी। उपांशु,मानसिक,वाचिक जप की सही विधी।
रोज योग करना,हवन करना,धुना तपना कठिन तप करना।इनकी हकीकत सुन लो विस्तार से।
घर या मंदिर में ही रहकर जप करो समय बहुत खराब है।अभी एक साधक की सच्ची घटना सुनो।
जो साधक सब छोड़ कर भजन करते हैं।थोड़े दिन बाद कैसे माया में फंस जाते है बहुत ध्यान से सुनें।
राम नाम जप का बहुत प्रभाव है। रामनाम की अदभुत महिमा।कभी सुनी नहीं होगी।
जो लोग भगवत्प्राप्ति के मार्ग पर चल रहे है।एक बार इस प्रेरक कहानी को अवश्य सुने।
नाम की कीमत कौन जान पाता है।नाम बीज है इसके भीतर सब कुछ छिपा रहता है। कैसे जानें।
क्या लक्षण है जिससे पता चलता है कि अब हमारा नामजप में प्रवेश हुआ है।बहुत सूक्ष्म बात।
कई लोग भक्ती में बहुत जलती रोने लगते है।लेकिन उनकी पोल पट्टी कब खुलती है।वो जान नहीं पाते।
जो काम बहुत साधना करने पर भी नहीं बनता।बो काम अगर गुरु को प्रसन्न कर लिया तो सहज में हो जाएगा।
जब एक वृंदावन के प्रेमी ने अपनी सारी संपत्ति लुटा दी।फिर उसके साथ जो हुआ आप हैरान रह जाओगे।
किसी भी साधना में तीन वस्तुएं बहुत ही आवश्यक है बहुत ध्यान से सुनें। नहीं तो कुछ नहीं हो पायेगा।
जब एक सिद्ध अघोरी और एक नामनिष्ठ संत का आमना सामना हो गया। बिल्कुल सच्ची घटना।
एक सिद्ध हर समय नामजप करने वाले संत की सच्ची घटना।साधकों को बहुत लाभ होगा।
नामजप की विधि क्या है अगर इस प्रकार करोगे तभी नामजप होगा।गलती क्या हो रही है।
कोई भी तंत्र, मारण मोहन उच्चाटन नामजापक के पास फटक नहीं सकता।साधक सिद्ध ही जाता है।
नाम लगातार रटने से कैसे एक साधक परम सिद्ध हो गया।सभी साधक पूरा अवश्य सुनें अदभुत उपाय।
नाम और रूप के संबंध में बहुत सूक्ष्म बात बता रहा हूँ। सभी नामजापक साधक इसको पूरा अवश्य सुनें।
नामजप करने वाले के आगे कौन कौन सी बाधाएं आती है।कौन कौन सी प्रतिकूलता आती है।
निरन्तर रामनाम जप करने वाले के साथ हनुमान जी रहने लगते है।बो जान नहीं पाता आंखों देखी घटना।
वृंदावन के एक सिद्ध संत साधकों को एक उपाय बताते थे। साधकों के लिए बहुत आवश्यक प्रसंग।
मानसिक नामजप की बहुत सामर्थ्य होती है।चलते फिरते भी मानसिक जप होता है।सिद्ध संतों की बात।
जीभ के भीतर भी एक जीभ होती है।उससे अगर जप होने लगा तो कई सिद्धियां उत्पन्न हो जाती है।
कितने सुंदर है श्री रामजी जो भी सुनेगा उसे प्यार हो जाएगा।रूप का वर्णन ऐसा सुना नहीं होगा।
नामजप कौन व्यक्ति कर पाएगा।नामजप का क्या रहस्य है।साधकों के लिए बहुत ही प्रेरणादायक बात।
पूज्य महराज जी ने अपने साथ हुई एक घटना बताई।साधकों के लिए बहुत ही प्रेरणादायक घटना।
जब एक विद्वान साधक आंखों के सामने भ्रष्ट हो गया।ये बात मंच से बताने वाली नहीं है।