Book Summary Hindi Channel
“इस चैनल पर आपको मिलेंगी दुनिया की सबसे शक्तिशाली किताबों की समरी, अष्टावक्र गीता की गहन व्याख्या, स्वामी योगानंद की शिक्षाएँ, मन, चेतना, ध्यान और आत्मज्ञान से जुड़े ज्ञान।
हमारा उद्देश्य है – आपकी सोच बदलना, जीवन आसान बनाना और आपको मानसिक, आध्यात्मिक और आर्थिक रूप से मजबूत बनाना।”
“अहंकार कैसे खत्म होता है? | Ashtavakra Gita ।
"जिस मरने से जग डरे, मेरे मन आनंदकब मरूँ कब पाऊँ, पूर्ण परम आनंद"**। **कबीर का दोहा:
“मुक्ति मन में है या मृत्यु के बाद? — Ashtavakra Gita।
“पानी में मछली प्यासे!”।“कबीर का गुप्त ज्ञान!”।“Kabir’s Deep Truth!”।Sant Kabir ।
“इच्छाएँ क्यों दुख देती हैं?” – Ashtavakra Gita।
“चेतना क्या है? अष्टावक्र गीता के अनुसार गहराई से समझें”। Ashtavakrageeta ।
मन सिर्फ एक भ्रम है! जानिए मन का असली रूप | Ashtavakra Gita
The Alchemist: सपना सच कैसे होता है?”। Book Summary ।
Awaken The Giant Within – खुद को Control कैसे करें? (Tony Robbins Book Summary – Hindi)
“परमहंस योगानंद की जीवन कहानी – बचपन से ईश्वर-साक्षात्कार तक की अद्भुत यात्रा”
आत्मा का रहस्य और मोक्ष का मार्ग -अष्टावक्र गीता : Ashtavakra Gita ।
"जो अपने भीतर स्थित रहता है, वही मुक्त है" । Ashtvakra Gita । अष्टावक्र गीता ।
"मैं निर्लेप हूँ, जैसे कमल पर जल की बूंद।" – अष्टावक्र गीता । Ashtavakra Gita ।
“मैं सबमें हूँ और सब मुझमें हैं” — अष्टावक्र गीता । Ashtavakra Gita ।
अष्टावक्र गीता में "पैसा और पारिवारिक जिम्मेदारियाँ" का समाधान । Ashtavakra Gita ।
"जो स्वयं को आत्मा समझता है, वही शांति को प्राप्त करता है।"Ashtavakra Gita ।
"मैं कभी पैदा नहीं हुआ, न कभी मरता हूँ।" Ashtavakra Gita ।
"जो इच्छा और भय से मुक्त है, वही सच्चा ज्ञानी है" – अष्टावक्र गीता का दिव्य सन्देश। Ashtavakra Gita।
"जैसे स्वप्न में अनेक वस्तुएँ दिखती हैं, वैसे ही यह संसार केवल भ्रम है।" Ashtavakra Gita ।
"सत्य को जानने वाला ही मुक्त है, बाकी सब बंधन में हैं" । Ashtavakra Gita ।
"जहाँ ‘मैं’ और ‘मेरा’ समाप्त हो जाते हैं, वहीं मोक्ष है"।आत्म-मुक्ति का अमृत रहस्य। Ashtavakra Gita।
“आत्मा का क्या काम है, आत्मा किसे कहते हैं और आत्मा का कोई प्रमाण है” । Ashtavakra Gita ।
माया क्या है? – जो दिखता है, वह है नहीं । Ashtavakra Gita ।
"आत्मा क्या है और यह बार-बार क्यों जन्म लेती है?"। परमहंस योगानंद । , Paramhans Yogananda ।
"मुझे जो कुछ दिखाई देता है, वह मेरा नहीं है" - अष्टावक्र गीता । Ashtavakra Gita ।
“मैं शुद्ध चैतन्य हूँ – अविनाशी, अचल और निराकार”। Ashtavakra Gita ।
"ज्ञान से ही मुक्ति है, कर्मों से नहीं – अष्टावक्र गीता । Ashtavakra Gita ।
"बुद्धिमान व्यक्ति केवल साक्षी बनकर रहता है" । Ashtavakra Gita ।
"मैं देह नहीं हूँ, मैं चेतन आत्मा हूँ, जो सदा मुक्त है" । Ashtavakra Gita ।
"तू न यह शरीर है, न शरीर का स्वामी, तू तो शुद्ध आत्मा है"। Ashtavakra Gita ।