SumitraB Pareek
हनुमान के चरणों में एक फुल चढाना है
ओड के चुनरियां लाल
जीआ गामा कै गोरव जी आई आई पिला री पोट
पिलो लगावो जी पुरा गीत
घुघरी पुरा गीत सुपना मै बाटी घुघरी जी महाराज राज
हारे का सहारा है मेरा श्याम धनी
राम और देवता सभी सच्चा है गणपतओ
शयाम की पिली सी धोती पुरा भजन
मेरा पड़ा हरि ने हाथ राधे राधे बोल
यह साथ में बड़ी बहन है करणी माता का भजन गा रही है
पकड़ लो हाथ बनवारी
चले सिया राम लखन बन को
हसीनों के कमरे में बच्चा मारे
पांव में घुंघरू बांध के नाच पूरा भजन
शिवा जी का पूरा भजन चालू सखियों चलना हिमाचल के द्वारा राज
पितरा का पुरा भजन
पितर जी का पुरा भजन
बिदायक जी का पुरा गीत
लोहागढ़ के धाम बराबर दूजा धाम नहीं है
सोनी की अंगूठी में शब्द नगीना
गोटिया मेरी मालन राम सेवर श्याम सेवर
कोठी से घोड़ी
बनो तो मेरो सावरियो
पाच सुपारी गुड़ की भेली भतीजा ऐ बाई नुतन जाय
बनडो तो बुज ऐ बनडी लाडली
धोडी माहारी चंदर मुखी ईंनदर लोका सै आई जे राज
भरना सै लाग मिरा मिठी
सती सगत कै माय मुरख नही आवरै हिरो सो जनम गाय फेर पछतावरै
मोहन बनोडो वनो वंसी वालो ऐ शयाम वनडो वणो
बना बनी किसी की नज़र नही आऐ चल कोर्ट मेरी ज कर आऐ