Pawan Cassette tikamgarh patha
पवन कैसेट tkg
धरे फिर रई चगेर/देहाती देशी गौरइयाॅ/स्वर- कमला बाई चढ़ार/पवन कैसेट पठा टीकमगढ़
चूडी की तिन्नी पिचकारी मेरे हाॅत में/देहाती दादरा/स्वर- अर्पना/मानसिंह राजपूत/पवन कैसेट पठा टीकमगढ़
जल गई तेल निजा गई वाती नामदिया के होय रे/दादरा/स्वर- ऊषा राज/पवन कैसेट पठा टीकमगढ़
द्वापर जन्मे कृष्ण कन्हैया त्रेता राजा राम/जन्मोत्सव गीत/स्वर- गजेन्द्र महोबिया व आशा राज_पवन कैसेट
हॅस कै बोल लो पुतरिया/चेतावनी गीत/स्वर- दयाल हंसारिया व आशा राज/पवन कैसेट पठा टीकमगढ़
मडवा सूने लक्ष्मन राम के बिना/विवाह गीत/स्वर- कमला बाई चढ़ार/पवन कैसेट पठा टीकमगढ़
हमारे राजन से नाॅ बोलो/विवाह गीत/स्वर- कमला बाई चढ़ार/पवन कैसेट पठा टीकमगढ़
बिन बोलें बतेसा नाॅ घालौ/विवाह चढ़ाव गीत/स्वर- अर्पना मानसिंह राजपूत/पवन कैसेट पठा टीकमगढ़
लरकन खो पछयानी/तकरार गीत/स्वर- देशराज परिहार/बसंती विश्वकर्मा/पवन कैसेट पठा टीकमगढ़
नौ लर की करधनियाॅ/श्रृंगार गीत/स्वर- मुकेश सेंन व बसंती विश्वकर्मा/पवन कैसेट पठा टीकमगढ़
बरया के मिलो है दाव राधिका/होली गीत/स्वर- कमला बाई चढ़ार/पवन कैसेट पठा टीकमगढ़
हम पै नाॅ डारो दबारे/बुन्देली दादरा/स्वर- कमला बाई चढ़ार/पवन कैसेट पठा टीकमगढ़
परनारी से प्रीत नाॅ करियो/चेतावनी गीत/स्वर- अर्पना/मानसिंह राजपूत/पवन कैसेट पठा टीकमगढ़
बाबुल चिंता नाॅ करियो/करूण गीत/स्वर- राजेन्द्र प्रसाद द्विवेदी व बसंती विश्वकर्मा/पवन कैसेट टीकमगढ़
नाथ कैसे बिठा लूॅ नाव में/स्वर- बृजभान सिंह परमार/पवन कैसेट पठा टीकमगढ़
मइना में मइना कातक के(देशी देहाती दादरा) स्वर- कमला बाई चढ़ार/पवन कैसेट पठा टीकमगढ़
समदी मूॅछन बारे बड़े प्यारे लगत है/स्वर- रजनी सिंह हलचल/पवन कैसेट पठा टीकमगढ़
दान दै रई है सीता साधू जान के/धार्मिक गारी/स्वर- कमला बाई चढ़ार/पवन कैसेट पठा टीकमगढ़
मोबाइल कीमती सिम डरवाय दो/बुंदेली दादरा/स्वर- स्वर- अर्पना/मानसिंह राजपूत/पवन कैसेट पठा टीकमगढ़
जिदना जेव हरि के द्वार फायल उठे पुरानी/चेतावनी गीत/स्वर- देवी सिंह बुंदेला/प्रियंका झाॅ/पवन कैसेट
फूट गई साजी रे हाॅ हाॅ वे-हूॅ हूॅ वे/गारी/स्वर- कमला बाई चढ़ार/पवन कैसेट पठा टीकमगढ़
हमें भूल गये कन्हैया/राधा कृष्ण विरह गीत/स्वर- कमला बाई चढ़ार/पवन कैसेट पठा
हमरे बाबुल से माॅग नाॅ माॅगो/स्वर- अर्पना/मानसिंह राजपूत/पवन कैसेट पठा टीकमगढ़
श्री श्री 1008 श्री हनुमान जी की आरती/स्वर- पंडित श्री संदीप महाराज(पाठक जी) पवन कैसेट पठा टीकमगढ़
जगत में रै लो नोंने नोंने/स्वर- देशराज परिहार/बसंती विश्वकर्मा/पवन कैसेट पठा टीकमगढ़
बखरी में गुलेल लाला काये मारी/बुन्देली देहाती गारी/स्वर- कमला बाई चढ़ार/पवन कैसेट पठा टीकमगढ़
दिन डूबे सें आ जइयो छैला/देशी देहाती बुन्देली दादरा/स्वर- कमला बाई चढ़ार/पवन कैसेट पठा टीकमगढ़
पुराने युग और नये युग की तुलनात्मक कल्पना/आल्हा धुन में/स्वर- रघुवीर शरण यादव/पवन कैसेट पठा टीकमगढ़
समदन बजरिये जान लगी हटकइया नइयाॅ कोउ रे/स्वर- ऊषा राज/पवन कैसेट पठा टीकमगढ़
बिटिया स्यानी हो गई वियाव कैसें करें(गरीब पिता की व्यथा)स्वर- राजेन्द्र प्रसाद द्विवेदी व बसंती